
नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम के तहत पंजाब के 9 शहरों को प्रदूषण मुक्त बनाने की कवायद के बीच पंजाब सरकार ने केन्द्र से 2 हजार करोड़ रुपये की मांग की है। शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पंजाब के वन मंत्री संधू सिंह ने केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से पराली के समाधान के लिए राशि की मांग की।
उन्होंने कहा कि सरकार दिल्ली के प्रदूषण के लिए पंजाब को जिम्मेदार मानती है जबकि उस वक्त राज्य में प्रदूषण का स्तर 150 एक्यूआई होता है और दिल्ली में 500 एक्यूआई के पार होता है। अगर प्रदूषण के लिए पंजाब जिम्मेदार होता तो पहले वहीं प्रदूषण होता। इसलिए दिल्ली में प्रदूषण के लिए पंजाब को जिम्मेदार ठहराना सही नहीं है। उन्होंने बताया कि पंजाब में पराली से बिजली बनाने का काम तेजी से हो रहा है। लेकिन इसके लिए केन्द्र सरकार को भी मदद करनी चाहिए।