कोलकाता। पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में निष्पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से मतदान कराने के लिए प्रशासन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली है। इस चरण में राज्य की सबसे हॉट सीट नंदीग्राम विधानसभा क्षेत्र में भी गुरुवार को मतदान होगा। मतदान से पहले प्रशासन ने नगर में धारा 144 लागू कर रेड अलर्ट जारी किया है। प्रशासन ने नंदीग्राम की सीमा को सील कर दी गई है।प्रशासन ने नंदीग्राम विधानसभा क्षेत्र में निष्पक्ष और शांतिपूर्ण ढंग से मतदान कराने की पूरी तैयारी कर ली है।
इसके लिए चुनाव के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के लिए नंदीग्राम में आईपीएस नगेंद्रनाथ त्रिपाठी को विशेष दायित्व सौंपा गया, जबकि हल्दिया का दायित्व प्रवीण त्रिपाठी को दिया गया है। यह एडीजी पश्चिमी जोन राजेश कुमार की मदद करेंगे। गुरुवार को मतदान को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने नंदीग्राम की सीमा सील कर दी गई हैं। इस दौरान नंदीग्राम में बाहरी के प्रवेश पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। नंदीग्राम में ही चुनाव आयोग ने 29 कंपनी केंद्रीय बलों की तैनाती किया है। चुनाव आयोग की इस सख्ती पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नाराज हैं। उन्होंने चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं चुनाव आयोग का आदर करती हूं। लेकिन एक अनुरोध है कि आप सिर्फ भाजपा की सुन रहे हैं। मेरे ऊपर भाजपा समर्थकों और कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को हमले किए, लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। यह बंगाल है।
अगर मैं एक शब्द कहूंगी तो पूरा बंगाल उनका सफाया कर देगा। लेकिन मैं निष्पक्ष चुनाव चाहती हूं, मैं शांतिपूर्ण चुनाव चाहती हूंख् इसलिए मैं कुछ नहीं कर रही हूं। ममता बनर्जी ने सवाल किया कि भाजपा नेताओं के पास इतने सारे पैसे कहां से आए हैं। भाजपा चुनाव आयोग को जो निर्देश दे रही है और चुनाव आयोग वहीं कर रहा है। अब चुनाव आयोग भाजपा का प्रवक्ता बन गया है। भाजपा के गुंडों को इजाजत देने के लिए चुनाव आयोग जिम्मेदार है। उन्होंने आरोप लगाया कि बाहरी लाेग एजेन्ट कैसे बन सकते हैं। जैसा कि पहले नियम था, बूथ एजेंट स्थानीय बूथों से होने चाहिए लेकिन भाजपा की मांग पर आयोग ने नियम को बदल दिया। अब दूसरे बूथ के लोग भी दूसरे बूथ पर एजेंट बन सकते हैं। इस तरह आयोग भाजपा के इशारों पर काम कर रहा है।