टाटा स्टील में शुरू हुआ राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह अभियान

झारखंड
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जमशेदपुर। टाटा स्टील ने 50वें राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनाकर राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह अभियान की शुरुआत की। वाईस प्रेसिडेंट (सेफ्टी, हेल्थ एंड सस्टेनेबिलिटी) संजीव पॉल ने जमशेदपुर वर्क्स के सेफ्टी, हेल्थ इंवायर्नमेंट एक्सीलेंस सेंटर (एसएचई सेंटर) में सुरक्षा ध्वज फहराया। सप्ताहि‍क अभियान का उद्घाटन किया।

इस अवसर पर चीफ (सेफ्टी) नीरज कुमार सिन्हा, चीफ (प्रोसेस सेफ्टी) राजेश कुमार, हेड (सेफ्टी) संजय मिश्रा, यूनियन कमेटी मेंबर जे शंकर सिंह, एसएच एंड एस डिवीजन के सभी हेड आदि उपस्थित थे। सभी डिवीजन और विभागों ने अपने-अपने स्थानों पर सप्ताह भर चलने वाले अभियान का उद्घाटन किया। इसमें कोविड-19 दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन किया गया।

राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद (एनएससी) के स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में हर साल 4 मार्च को राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस/सुरक्षा सप्ताह अभियान मनाया जाता है, जिसे केंद्रीय श्रम मंत्रालय द्वारा 4 मार्च, 1966 को स्थापित किया गया था। इस वर्ष का विषय ’आपदा से सीखें और एक सुरक्षित भविष्य की तैयारी करें’ है।

कार्यक्रम का शुभारंभ कर्मचारियों द्वारा शपथ ग्रहण के साथ हुआ। संजय मिश्रा ने उन्हें सुरक्षा की शपथ दिलायी। नीरज कुमार सिन्हा ने सुरक्षा प्रदर्शन के बारे में जानकारी दी और सुरक्षा अभियान के लिए संदर्भ निर्धारित किया। उन्होंने शॉपफ्लोर पर सभी श्रमिकों तक पहुंचने के लिए जोर देने के साथ अभियान के दौरान होने वाली गतिविधियों और इन गतिविधि और प्रतियोगिताओं के उद्देश्यों, प्रक्रियाओं और आयोजन क्षेत्रों के बारे में विस्तार से बताया।

मुख्य अतिथि श्री पॉल ने सुरक्षा पेशेवरों द्वारा किए गए अच्छे काम की सराहना की। सप्ताह भर चलने वाले जागरुकता अभियान के दौरान योजनाबद्ध गतिविधियों की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि अपने-अपने संबंधित कार्यस्थल पर सुरक्षा ऑडिट सिफारिशों को लागू करने में सुरक्षा पेशेवरों के समर्पण और भागीदारी को लेकर वे बिलकुल आश्वस्त हैं।

राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह अभियान में सेफ्टी टीम कार्यस्थलों में आपातकालीन परिदृश्य और इसकी तैयारियों पर सेफ्टी ऑडिट/लाइन वॉक/कांट्रैक्टर साइट ऑडिट करेगी। इनसेफ सिस्टम में दर्ज करेगी।

सप्ताह भर चलने वाले इस अभियान के दौरान विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा, जिसमें हैजार्ड हंट प्रतियोगिता, विभागों के चीफ, द्वारा मास मीटिंग, जीवन रक्षक कार्यक्रम (प्राथमिक चिकित्सा और सीपीआर प्रशिक्षण) और जागरुकता बढ़ाने के लिए ऑनलाइन क्विज़ शामिल हैं।