ग्वालियर। ग्वालियर के पुरानी छावनी थानान्तर्गत आनंदपुरम ट्रस्ट के सामने मंगलवार सुबह आटो रिक्शा और बस के बीच हुई आमने-सामने की जोरदार टक्कर में 13 लोगों की मौत हो गई। हादसे में चार लोग घायल हुए हैं। घटना के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये और घायलों के इलाज के लिए 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता की घोषणा की। परिवहन मंत्री गोविंद सिंह ने आरटीओ को सस्पेंड करने के आदेश जारी कर दिए हैं।
पुलिस के अनुसार पुरानी छावनी थाना क्षेत्र के आनंदपुर ट्रस्ट के सामने मंगलवार को सुबह नौ बजे के करीब बस और ऑटो के बीच आमने-सामने से जोरदार टक्कर हो गई। इनमें ऑटो सवार 13 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में 12 महिलाएं और ऑटो ड्राइवर शामिल है। ये सभी महिलाएं पुरानी छावनी स्टोन पार्क स्थित पोषण आहार के किचन में काम करती थीं। सभी महिलाओं को पोषण आहार ठेकेदार ने मंगल दिवस पर खाना बनाने के लिए बुलाया था। महिलाएं दो ऑटो से वापस लौट रही थीं लेकिन इसी बीच एक ऑटो रास्ते में खराब हो गया। इसकी वजह से सभी महिलाएं एक ही ऑटो में बैठ गईं लेकिन रास्ते में आटो एक बस से टकरा गया जिससे 10 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि तीन घायलों ने अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया।
ग्वालियर पुलिस अधीक्षक एसपी अमित सांघी ने बताया कि ऑटो रिक्शा ग्वालियर से जा रहा था और बस मुरार से आ रही थी। ऑटो और बस के बीच टक्कर में 10 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि तीन लोगों ने अस्पताल में दम तोड़ा और चार अन्य लोग बुरी तरह से घायल हुए हैं। फिलहाल शवों को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि मृतकों में कमला राठौर निवासी शिव कालोनी, गीता राठौर (37) पत्नी बंटी राठौर निवासी शिव कालोनी, अनीता (37) पत्नी महेश पाल निवासी शिव कालोनी, ऊषा (43) पत्नी गिरराज राठौर निवासी शिव कालोनी, आशा (45) पत्नी अवध किशोर राठौर निवासी गदाईपुरा, ऊषा (37) पत्नी कोमर जाटव निवासी जडेरूआकलां, राजेंद्र (40) पत्नी प्रकाश सिंह निवासी जडेरूआकलां, मायादेवी (65) पत्नी रामअवतार प्रजापति निवासी पिंटो पार्क, हटको बाई (65) पत्नी बाबूलाल बाथम निवासी पिंटो पार्क, धर्मेंद्र (35) पुत्र हरदयाल परिहार निवासी प्रीतम विहार कालोनी, मुन्नी पाल निवासी पिंटो पार्क, गुड्डी (40) और लक्ष्मी (27) पत्नी केशव निवासी जडेरूआकलां शामिल हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज ने ट्वीट कर हादसे में दुख व्यक्त करते हुए कहाकि ग्वालियर में बस और ऑटो में टक्कर से हुए भीषण हादसे में कई अनमोल जिंदगियों के असमय काल कवलित होने से बहुत दु:ख पहुंचा है। ईश्वर से दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान और परिजनों को यह वज्रपात सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना करता हूं। उन्होंने मुआवजे का ऐलान करते हुए कहा कि मैं और प्रदेश की जनता दु:ख की इस घड़ी में शोकाकुल परिवारों के साथ है। वे स्वयं को अकेला ना समझें। प्रदेश सरकार की ओर से प्रत्येक मृतक के परिवार को 4 लाख और घायलों को 50 हजार रुपये सहायता राशि दी जायेगी।ग्वालियर सड़क हादसे के बाद ग्वालियर आरटीओ एपीएस चौहान को निलंबित कर दिया गया है। पुलिस विवचेना में पता चला है कि बस की फिटनेस नहीं थी। परिवहन मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत ने भी घटना पर दुख व्यक्त करते हुए आरटीओ चौहान पर निलंबित की कार्रवाई की है। हादसे पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा और राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी दुख जताया है।
हादसे के बाद मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई और जमकर हंगामा किया। गुस्साए स्वजनों ने पीएम हाउस से शव ले जाने से भी इंकार कर दिया है और धरने पर बैठ गए हैं। प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी स्वजनों को समझाने में जुटे हुए हैं। बताया गया है कि परिजन आर्थिक सहायता की राशि से संतुष्ट नहीं है, उनकी मांग है कि मुआवजा राशि दस-दस लाख की जाए और परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाए।
अनिल राठौर ने घटना के बाद आक्रोश जताते हुए कहा कि हादसे में माता-पिता की मौत के बाद अकेला बच्चा बचा है, उसे कौन देखेगा, क्या सरकार देखने आएगी। चार लाख में क्या होता है। हमारी मांग है कि मृतकों के परिवार के एक-एक सदस्य को नौकरी दी जाए और दस-दस लाख रुपये मुआवजा दिया जाए। अनिल ने बताया कि इस हादसे में उनके परिवार के चार लोगों की मौत हुई है जिसमें मौसी आशा, बहन गीता, बुआ कमला और चाची ऊषा शामिल हैं।