नई दिल्ली। एक समय था, जब अमेरिका ने नरेन्द्र मोदी को वीजा देने से भी इनकार कर दिया था। अब परिस्थिति बदल गई हैं, नरेन्द्र मोदी स्वयं भारत का नेतृत्व कर रहे हैं। दुनिया में भारत का रुतबा बढ़ा है और प्रधानमंत्री मोदी को कई देश अपना सर्वोच्च सम्मान दे चुके हैं।
बीते सात सालों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दुनिया में अपनी गहरी छाप छोड़ी है। वे अंतरराष्ट्रीय नेता बनकर उभरे हैं और इससे भारतीयों का सम्मान पूरी दुनिया में बढ़ा है। प्रधानमंत्री मोदी आज 13वें अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित हो रहे हैं।
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से अंतरराष्ट्रीय संबंध में उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले विकास आनंद कहते हैं, “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अंतराष्ट्रीय मंच पर नये भारत की तस्वीर रखते हुए, जिन संभावनाओं को प्रस्तुत किया है, उससे पूरी दुनिया में भारत का डंका बज रहा है। अब भारतीयों को सम्मान की दृष्टि से देखा जाने लगा है।”
उन्होंने कहा कि अब दुनिया के देश भारत के साथ संबंध बनाना चाहते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को सम्मानित कर रहे हैं। बातचीत के दौरान विकास आनंद ने कहा कि एक समय अमेरिका ने नरेन्द्र मोदी को वीजा देने से इनकार कर दिया था। 18 साल बाद दिसंबर 2020 को उसी अमेरिका ने नरेन्द्र मोदी को ‘लीजन ऑफ मेरिट’ डिग्री चीफ कमांडर अवॉर्ड से सम्मानित किया। मैं समझता हूं कि यह साधारण बात नहीं थी।
सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी से संबंध रखने वाले युवा उद्यमी अजय चौधरी कहते हैं, “संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अपने सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ‘अवॉर्ड ऑफ जायद’ से सम्मानित किया है। लेकिन, अपने ही देश में कुछ लोग उन्हें अल्पसंख्यक विरोधी ठहराने पर उतारू हैं।”
इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी को संयुक्त राष्ट्र के साथ-साथ दक्षिण कोरिया, सऊदी अरब, फलस्तीन, अफगानिस्तान, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) जैसे देश भी सम्मानित कर चुके हैं। दक्षिण कोरिया ने उन्हें सियोल शांति पुरस्कार (फरवरी 2019) से सम्मानित किया है। वे इस पुरस्कार से सम्मानित होने वाले पहले भारतीय और दुनिया की 14वीं शख्सियत हैं।
उसी तरह अगस्त 2019 में बहरीन के राजा ने पीएम मोदी को ‘द किंग हमाद ऑर्डर ऑफ द रेनसां’ से सम्मानित किया। इस सम्मान के मिलने पर पीएम मोदी ने कहा, “मैं द किंग हमाद ऑर्डर ऑफ द रेनसां से सम्मानित होने से खुद को सम्मानित और सौभाग्यशाली महसूस कर रहा हूं। यह पूरे भारत के लिए सम्मान की बात है। यह बहरीन और भारत के बीच घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण संबंधों का प्रतीक है।”
प्रधानमंत्री मोदी को 10 फरवरी 2018 को फलस्तीन में ग्रांड कॉलर पुरस्कार से नवाजा गया। यह पुरस्कार विदेशी मेहमानों को दिया जाने वाला फलस्तीन का सर्वश्रेष्ठ सम्मान है। 2016 में जब पीएम मोदी अफगानिस्तान के दौरे पर गए तो राष्ट्रपति अशरफ गनी ने उन्हें वहां के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘आमिर अमानुल्लाह खान’ पुरस्कार से सम्मानित किया। मालदीव ने भी उन्हें अपने सबसे बड़े नागरिक सम्मान “निशान-इज्जुद्दीन” से नवाजा है।रूस का सबसे बड़ा सम्मान
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को रूस ने भी अपना सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘सेंट एंड्रयू अवॉर्ड’ से सम्मानित किया है। यह बात अप्रैल 2019 की है। इस सम्मान की विशेषता इससे समझी जा सकती है कि इसकी स्थापना रूस से महानतम जार शासक ने वर्ष 1698 में की थी।
इतना ही नहीं, अक्टूबर 2018 में पर्यावरण के क्षेत्र में ऐतिहासिक कदम उठाने के लिए संयुक्त राष्ट्र ने पीएम मोदी को ‘चैंपियंस ऑफ अर्थ’ से सम्मानित किया। वे जनवरी 2019 में फिलिप कोटलर प्रेशिडेंशियल अवॉर्ड से भी सम्मानित किए गए। हर बार वे अपने सम्मान का श्रेय भारत की जनता को देते रहे हैं और कहते रहे हैं कि ‘यह प्रत्येक भारतीयों का सम्मान है।’