विवेक चौबे
गढ़वा। दिव्यांगता जांच के नाम पर खानापूरी की गई। जिले के कांडी प्रखंड कार्यालय के सभागार में गुरुवार को दिव्यांग शिविर का आयोजन किया गया। इसमें कई दिव्यांगों का आवेदन प्राप्त करते हुए उनकी दिव्यांगता की जांच की गई। उक्त जांच शिविर में लगभग चार घंटे देर से डॉक्टर पहुंचे। उनके पहुंचने तक सैकड़ों दिव्यांग मायूस होकर लौट चुके थे।
दस बजे से आयोजित होने वाली जांच शिविर में लगभग पांच सौ दिव्यांग और उनके परिजन पहुंचे थे। उपायुक्त राजेश कुमार पाठक द्वारा प्रतिनियुक्त डॉक्टरों में से 2 डॉक्टर नहीं पहुंच सके। डॉ विजय कुमार और डॉ एसके रमण नहीं आये। इसके कारण मूकबधिर और हड्डी से संबंधित दिव्यांगों की जांच नहीं हो सकी। उक्त डॉक्टरों के स्थान पर नेत्र विशेषज्ञ डॉ कौशल सहगल और डॉ गोविंद सेठ ने दिव्यांगों की जांच की।
कुरकुट्टा गांव के 60 वर्षीय मूकबधिर आदम हुसैन, भुड़वा गांव के 10 वर्षीय दोनों पैर से दिव्यांग जीतन सिन्हा, नयनाबार के 20 बर्ष के धीरेंद्र रजवार के पिता मंगर रजवार ने बताया कि जांच कराने 10 बजे आये थे। काफी समय तक जांच नहीं हुआ। पांच साल से पेंशन बंद हो गया है, जिससे निराश हैं।
कांडी सांसद प्रतिनिधि राणा ऋषिकेश सिंह उर्फ गुड्डू सिंह ने दिव्यांगता जांच शिविर को महज खानापूरी बताया। उन्होंने कहा कि दूर दराज से पहुंचे सैकड़ों गरीब दिव्यांग और उनके परिजन मायूस होकर वापस चले गये। शिविर का आयोजन 10 बजे से होना था, लेकिन चार घंटे बाद डॉक्टर पहुंचे और खानापूर्ति कर चले गये।