विवेक चौबे
गढ़वा। तीन साल में भी अस्पताल का निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाया। इससे ग्रामीण निराश हैं। अस्पताल का शिलान्यास होने पर उनमें बेहतर स्वास्थ्य सेवा मिलने की आस जगी थी। अब यह धीरे-धीरे धूमिल होती जा रही है। अस्पताल निर्माण में भी गुणवत्ता का ख्याल नहीं रखा जा रहा है। इससे निर्माण पूरा होते ही इसके ध्वस्त होने की आशंका जताई जा रही है।
यह मामला है जिले के कांडी प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत प्रसिद्ध सतबहिनी झरना तीर्थ स्थल के समीप बन रहे अस्पताल भवन का है। पूर्व स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने 8 अप्रैल, 2018 को इसका शिलान्यास किया था। उन्होंने कहा था कि सवा दो करोड़ की लागत से बनने वाले इस अस्पताल से लोगों को काफी लाभ होगा। हालांकि अब तक भवन तैयार नहीं हो सका है।
स्थानीय लोगों के मुताबिक अब तक हुए निर्माण कार्य में भी संवेदक द्वारा घोर लापरवाही व अनियमितता बरती गई है। बारिश होते ही पानी कमरे में गिरता है। इस्तेमाल की गई ईंट पुनः प्रयोग किया जा रहा है। झामुमो युवा नेता सत्येंद्र कुमार पांडेय उर्फ पिंकू पांडेय ने कहा अस्पताल निर्माण में सबसे निम्न स्तर के ईंट और गिट्टी का प्रयोग किया जा रहा है। बरसात का पानी भवन की छत से मूलसाधार गिरता है। उन्होंने उक्त भवन के निर्माण की जांच और संवेदक पर कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं होने पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से इसकी शिकायत की जाएगी।