मुंबई। फिल्म तांडव के बाद बॉम्बे बेगम भी विवादों में घिर गई है। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने 24 घंटे में स्ट्रीमिंग रोकने को कहा है। आयोग ने एक शिकायत के आधार पर नेटफ्लिक्स को नोटिस भेजा है।
बॉलीवुड के बाद ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर भी सरकार की कड़ी नजर है। हाल ही में अमेजॉन प्राइम पर रिलीज हुई तांडव को लेकर हुए बवाल के बाद बॉम्बे बेगम के कुछ सींस पर और उसके कॉन्टेंट को लेकर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने आपत्ति जताई है। उसे नोटिस दिया। आयोग ने इस वेब सीरीज की स्ट्रीमिंग को रोकने की मांग के साथ नेटफ्लिक्स से 24 घंटे में रिपोर्ट पेश करने को कहा है। बॉम्बे बेगम 8 मार्च को नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई है।
आयोग बाल अधिकारों के संरक्षण के लिए सबसे उच्च निकाय है। उसने ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स को 24 घंटे के भीतर एक विस्तृत कार्रवाई रिपोर्ट पेश करने को कहा है। आयोग का कहना है कि ऐसा नहीं करने पर वह उचित कानूनी कार्रवाई शुरू करने के लिए मजबूर होंगे।
आयोग ने एक शिकायत के आधार पर नेटफ्लिक्स को नोटिस भेजा है। शिकायत में आरोप लगाया गया था कि इसमें 13 साल की बच्ची को ड्रग्स लेते दिखाया गया है। सीरीज में नाबालिगों का कैजुअल सेक्स करते दिखाया गया है। साथ ही, स्कूली बच्चों के चित्रण पर भी आपत्ति जताई गई है।
शिकायत में कथित अनुचित चित्रण पर आपत्ति जताते हुए कहा कि इस प्रकार के कंटेंट से युवा लोगों के दिमाग पर बुरा असर पड़ेगा। इससे बच्चों के साथ दुर्व्यवहार और शोषण भी हो सकता है।