विधानसभा में गूंजा जिला शिक्षा अधीक्षक का कारनामा, मंत्री ने दिया ये जवाब

झारखंड शिक्षा
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रांची। झारखंड के खूंटी जिले के जिला शिक्षा अधीक्षक महेंद्र पांडेय का कारनामा विधानसभा में उठा। जवाब में सरकार ने बताया कि उनके खिलाफ जांच के आदेश दिये गये हैं। जांच प्रतिवेदन आने के बाद कार्रवाई की जाएगी। विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा ने यह सवाल उठाया था।

विधायक ने सरकार से पूछा था कि खूंटी के जिला शिक्षा अधीक्षक के खिलाफ अखिल झारखंड प्राथमिक शिक्षक संघ की खूंटी शाखा ने अभद्र व्यवहार एवं भयादोहन की शिकायत की थी। शिक्षा मंत्री ने बताया कि खूंटी उपायुक्त से प्राप्त प्रतिवेदन के अनुसार यह बात सही है।

विधायक ने पूछा कि उपायुक्त द्वारा जिला शिक्षा अधीक्षक को विद्यालय निरीक्षण पर रोक लगा दि‍या गया है। इसके बाद भी उनके द्वारा विद्यालय का निरीक्षण किया जा रहा है। इसके जवाब में शिक्षा मंत्री ने बताया कि उपायुक्त के 19 जनवरी, 2021 के आदेश के अनुसार जिला शिक्षा अधीक्षक को संबंधित अंचल निरीक्षण के साथ विद्यालय का निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया है। उपायुक्त के 24 फरवरी, 2021 के पत्र में स्पष्ट किया गया है कि जिला शिक्षा अधीक्षक द्वारा विद्यालय का निरीक्षण करने की शिकायत प्राप्त नहीं हुई है।

शिक्षा मंत्री ने उपायुक्त से प्राप्त प्रतिवेदन के आधार पर यह स्वीकार किया कि जिले के महिला शिक्षिकाओं के प्रसव और चिकित्सा अवकाश की स्वीकृति के लिए अनुमंडल पदाधिकारी को अधिकृत किया गया है। मंत्री ने यह भी बताया कि जिला शिक्षा अधीक्षक के कार्यकलापों से संबंधित परिवाद की जांच के लिए उपायुक्त ने अनुमंडल पदाधिकारी को अधिकृत किया है। उन्हें यथाशीघ्र जांच कर प्रतिवेदन समर्पित करने का निर्देश दिया है। जांच प्रतिवेदन के आलोक में आगे की कार्रवाई की जाएगी।