-चाय बागान, हिंदी भाषी वोटरों पर नजर
गुवाहाटी। चुनाव आयोग ने शुक्रवार को असम में तीन चरणों में विधानसभा चुनाव करवाने की घोषणा की है। इसके साथ ही राजनीतिक पार्टियों के दिल की धड़कनें तेज हो गयी हैं। सभी पार्टियां अपनी तैयारियों में जुट गयी हैं। इस कड़ी में बिहार की राजनीतिक पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी यादव भी रणनीति बनाने के लिए असम पहुंचे। वे पहली बार असम आए हैं।
गुवाहाटी के खानापारा स्थित होटल ताज विवांता होटल में शनिवार की देर शाम को एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए असम विधानसभा चुनाव में आरजेडी के हिस्सा लेने का खुलासा किया। उन्होंने कहा कि मेरे असम आने का मुख्य उद्देश्य यह है कि आरजेडी असम के विधानसभा चुनाव में हिस्सा लेने जा रही है। उन्होंने कहा कि किन-किन सीटों पर हमारी पार्टी चुनाव लड़ेगी, यह अभी तय नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि असम की 11 सीटों पर हिंदीभाषियों की संख्या अधिक है। बावजूद अभी यह तय नहीं हुआ है कि कितनी सीटों पर पार्टी अपने उम्मीदवार उतारेगी।
तेजस्वी यादव ने कहा कि असम के चाय बागान में काम करने वाले बिहार-झारखंड के लोगों को देखते हुए आरजेडी ने कांग्रेस-एआईयूडीएफ के महागठबंधन में शामिल होने का निर्णय लिया है। साथ ही उन्होंने केंद्र की नरेन्द्र मोदी नेतृत्वाधीन सरकार की जमकर आलोचना करते हुए कहा कि वर्तमान में देश में किसी भी तरह की संवैधानिक स्वतंत्रता नहीं है। देश का संविधान इस समय सुरक्षित नहीं है।
उन्होंने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी के विरोध में आंदोलन सबसे पहले असम में आरंभ हुआ था। इसे देश के अन्य राज्यों तक फैलाया जाएगा। साथ ही उन्होंने ईडी, सीबीआई आदि को उन्होंने सत्ताधारी पार्टी का एक सेल होने का गंभीर आरोप लगाया। वहीं गत सितम्बर महीने में केंद्र सरकार द्वारा तीन कृषि कानून को लेकर भी अपनी अपत्ति दर्ज की। उनव्होंने न्यूनतम समर्थन मूल्य का उल्लेख किया।
तेजस्वी यादव ने पश्चिम बंगाल में 08 चर्णों में और असम में 03 चरणों में चुनाव आयोजित किए जाने पर असंतुष्टि व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि देश में साम्प्रदायिक शक्तियां सत्ता के सिंघासन तक न पहुंच पाए, इसके मद्देनजर मैं असम में आया हूं। उन्होंने कहा कि देश में आज मुख्य समस्याओं पर चर्चा नहीं होती है। हिंदू-मुस्लिम, मंदिर-मस्जिद आदि की चर्चा होती है। जबकि, किसानों की समस्याओं पर चर्चा नहीं होती है।
आरजेडी नेता ने कहा कि भाजपा ने बिहार को ध्वंस कर दिया है। गत 15 वर्षों से बिहार में भाजपा ने क्या, इसका सवाल मैं असम में पूछने आया हूं। उन्होंने कहा कि साम्प्रदायिक शक्तियां असम के लिए ठीक नहीं है, इसको रोकने के लिए हम सभी को एकजुट होना होगा। असम और बिहार में बेरोजगारी की समस्या एक ही तरह की हैं। असम की राजनीतिक पार्टियों को भाजपा के षडयंत्रों से सतर्क होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि नये औद्योगिकीकरण से पहले पुराने उद्योगों को जिंदा करने का उन्होंने सरकार से आह्वान किया। ज्ञात हो कि तेजस्वी यादव शुक्रवार को गुवाहाटी पहुंचे थे। शनिवार की सुबह मां कामाख्या का दर्शन कर उन्होंने आशीर्वाद लिया। साथ ही असम प्रदेश आरजेडी के पदाधिकारियों के साथ दिन के समय उन्होंने बैठककर विभिन्न चुनावी मुद्दों पर चर्चा की।