रांची। झारखंड पैरेंट्स एसोसिएशन ने स्कूल प्रबंधकों पर गैरकानूनी फीस को लेकर छात्र और अभिभावकों को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। एसोसिएशन ने इसकी शिकायत राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के चेयरमैन से की है। दोषी स्कूलों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई करने की मांग की है।
एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि राष्ट्रीय बाल संरक्षण व अधिकार आयोग की गाइडलाइन में कहा गया है कि फीस को लेकर बच्चों को हरासेटमेंट करना, उनकी ऑनलाइन क्लास रोकना, परीक्षा में नहीं बैठने देना, प्रमोट नहीं करना और गैरकानूनी फीस वसूलना एक कानूनन अपराध है। उनका का आरोप है कि स्कूल प्रबंधक इन गाइडलाइन का सरेआम उल्लंघन कर रहे हैं।
अध्यक्ष ने कहा है कि राजधानी रांची सहित राज्य के कई जिलों के पेरेंट्स ने एसोसिएशन के पास शिकायत की है। बताया है कि स्कूल प्रबंधक अपने स्टाफ से फोन कराकर, नोटिस और मैसेज भेजकर बढ़ी हुई ट्यूशन फीस, एनुअल चार्ज व अन्य मदों में फीस मांग रहे हैं। जमा नहीं करने पर उनके बच्चों को हरासमेंट किया जा रहा है। स्कूल में नहीं बैठने दिया जा रहा है। उन्हें परीक्षा एडमिट कार्ड नही दिया जा रहा है। अगली कक्षा में प्रमोट नहीं करने की धमकी दी जा रही है।
अभिभावकों का कहना है कि उन्होंने शिक्षा विभाग के आदेश के तहत ऑनलाइन की ट्यूशन फीस जमा करा दी है। हालांकि स्कूल प्रबंधक इसके अलावा अब बढ़ी हुई ट्यूशन फीस व अन्य मद में राशि और एनुअल चार्ज मांग रहे हैं, जिसका वे विरोध कर रहे हैं। अजय राय ने आम अभिभावकों से आग्रह किया है कि इस तरह की शिकायतों को लेकर वो झारखंड एजुकेशन ट्रिब्यूनल में शिकायत दर्ज कराए, ताकि इस पर कारवाई हो।