बेगूसराय। उत्तरवाहिनी गंगा तट सिमरिया घाट ना केवल मगध और मिथिला का संगम स्थल, धर्म और आस्था का केंद्र है। बल्कि यह मिथिला और मगध दोनों क्षेत्र में रहने वाले लोगों के लिए विभिन्न संस्कारों का भी केंद्र बनता जा रहा है।
विभिन्न अवसरों पर सालों भर यहां मुंडन के लिए दूर-दूर से बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ती है। सोमवार को भी माघ शुक्ल पक्ष दसवीं के मौके पर मुंडन का शुभ मुहूर्त रहने के कारण बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। बेगूसराय ही नहीं समस्तीपुर, दरभंगा, मधुबनी, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, खगड़िया, लखीसराय, नवादा, नालंदा, जमुई एवं शेखपुरा आदि जिलों से बड़ी संख्या में लोग मुंडन के लिए जुटे।
सुबह से ही मुंडन कराने के लिए वालों की भीड़ जुटने लगी थी, जिसके कारण पूरा घाट अस्त व्यस्त रहा और सैकड़ों मुंडन संस्कार संपन्न कराए गए। बड़ी संख्या में लोगों ने गंगा स्नान और पूजन के बाद दान भी किया। इस दौरान एक ओर जहां पूरा इलाका मगध और मैथिली लोक गीतों से गुंजायमान होता रहा। वहीं, बड़ी संख्या में भगतई सिद्ध करने वालों की भी भीड़ उमड़ पड़ी। इधर, गोताखोरों की टीम लोगों को गहरे पानी में जाने से रोकते रहे।