अरविंद अग्रवाल
पलामू। कोरोना महामारी के प्रकोप को देखते हुए आदिवासी महाकुंभ विकास मेला, दुबियाखाड़ के आयोजन को स्थगित कर दिया गया है। उप विकास आयुक्त सह जिला परिषद के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी ने मेला स्थगित करने संबंधित निर्देश मेला समिति के पदधारियों को दिया।
उल्लेखनीय है कि कोविड-19 महामारी के संदर्भ में झारखंड सरकार द्वारा जारी गाईडलाईन के अनुसार खुले स्थानों पर 300 से अधिक लोगों के जमा होने, जुलूस, मेला, प्रदर्शनी, खेलकूद कार्यक्रम इत्यादि को पूर्णत: प्रतिबंधित किया गया है। ऐसे में 11 और 12 फरवरी, 2021 को निर्धारित मेला का आयोजन स्थगित किए जाने के लिए मेला समिति के पदधारियों को निर्देशित किया गया है। ऐसी परिस्थिति में दुबियाखाड़ मेला का आयोजन विभागीय निर्देश का स्पष्ट तौर पर उल्लंघन है।
साथ ही मेला आयोजन के लिए 4 फरवरी, 2021 को संपन्न बैठक की कार्यवाही को तत्काल प्रभाव से निरस्त कर मेला के आयोजन के संबंध में सभी निर्देशों को विलोपित किया गया है। दुबियाखाड़ में आदिवासी महाकुंभ विकास मेला का आयोजन 11 और 12 फरवरी, 2021 को होना था।
सरकारी अधिकारियों के मुताबिक इस मेले में प्रतिवर्ष लगभग 5000 से अधिक लोगों की भीड़ इकट्ठा होती है, जिससे सामाजिक दूरी का पालन होना संभव नहीं है। ऐसे में कोरोना महामारी के प्रसार में यह मेला उत्प्रेरक की भूमिका निभा सकती है। आदिवासी अस्मिता एवं संस्कृति के संरक्षण का प्रतीक यह मेला सामाजिक रूप से महत्वपूर्ण है, परंतु कोरोना महामारी के प्रकोप को दृष्टिगत रखते हुए मेला का आयोजन कर बहुसंख्य स्थानीय ग्रामीणों के स्वास्थ्य हित से समझौता नहीं किया जा सकता है। क्योंकि कोरोना महामारी का प्रकोप अभी समाप्त नहीं हुआ है। इसी के मद्देनजर मेला का आयोजन स्थगित किए जाने के लिए मेला समिति के पदधारियों को निर्देशित किया गया है।