संविदाकर्मियों ने मंत्री आलमगीर आलम को बनाया बंधक, देखें वीडियो

झारखंड
Spread the love

रांची। संविदाकर्मियों ने मंत्री आलमगीर आलम को बंधक बनाया। उनका आवास को घेरा। आंदोलनरत संविदाकर्मी कनीय अभियंता एवं लेखा लिपिक सह कंप्यूटर ऑपरेटर हैं। वे पंचायती राज विभाग में समायोजन की मांग कर रहे हैं। ऐसे कर्मियों की संख्या करीब 16 सौ है।

सेवाविस्तार की मांग को लेकर संविदाकर्मी रांची के बिरसा चौक के समक्ष बीते करीब एक माह से धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका कहना है कि मांग पूरी होने तक उनका धरना जारी रहेगा। पिछले दिनों मुख्‍यमंत्री आवास घेरने जाने निकले संविदाकर्मियों पर लाठी भी बरसाया गया था।

सभी को 14वें वित्त आयोग (पंचायती राज) अंतर्गत संविदा पर रखा गया था। संविदा की अवधि 31 दिसंबर, 2020 को समाप्त हो चुकी है। उनका कहना है कि सरकार संविदा कर्मियों के नाम से घड़ियाली आंसू बहाती है। केंद्र सरकार से समायोजन का पत्र प्राप्त होने के बावजूद राज्य सरकार कमीशनखोरी की मंशा से आउटसोर्सिंग पर कर्मियों को बहाल कर रही है।

बंधक बने मंत्री आलमगीर आलम काफी मशक्कत के बाद अपने घर से निकल सकें। उन्हें सुरक्षा घेरे में लेकर निकाला गया। इस दौरान उन्होंने संविदाकर्मियों को आश्वस्त किया कि वे 3 फरवरी को होने वाली कैबिनेट की बैठक में उनकी बातों को रखेंगे। सीएम को इससे अवगत कराएंगे।