रांची। कोल इंडिया की सहायक कंपनी सीएमपीडीआई ने महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। उसने सुरंग सर्वेक्षण कार्य में कदम बढ़ाया है। कंपनी ने इरकॉन(IRCON) के लिए उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्लारेल लिंक (यूएसबीआरएल) के कटरा-बनिहाल सेक्शन में जायरोस्कोपिक सर्वेक्षण को सफलतापूर्वक निष्पादित किया।
इस काम को करने के साथ ही सीएमपीडीआई ने सुरंग के सर्वेक्षण में सफलता हासिल की है। यह कोल माइंस में पारंपरिक सर्वेक्षण से एक बदलाव है। सीएमपीडीआई के लिए यह सर्वेक्षण क्षेत्र में नया आयाम जोड़ता है। उक्त परियोजना के लिए सीएमपीडीआई ने अत्याधुनिक डीएमटी मेक जायरोमेट 3000सर्वेक्षण उपकरण का इस्तेमाल किया।
सुरंग निर्माण में योजना के अनुसार संरेखन (एलाइनमेंट) रखना बहुत महत्वपूर्ण है, ताकि सुरंग खंडों के विभिन्न छोर निर्दिष्ट स्थानों पर मिले। यह काम थकाऊ है, क्योंकि सुरंग जमीनी स्तर से नीचे खोदी गई है। डिजाइन के अनुसार सुरंग के संरेखण पर नियंत्रण रखने के लिए मेसर्स इरकॉन ने समान और अन्य परिष्कृत उपकरणों का उपयोग करके सर्वेक्षण क्षेत्र में सीएमपीडीआई के पिछले क्रेडेंशियल्स को देखते हुए जायरो सर्वेक्षण का काम सौंपा।
सीएमपीडीआई ने 27 जनवरी, 2021से 2 फरवरी, 2021तक यूएसबीआरएलके कटरा-बनिहाल खंड में चार सुरंगों में 18 स्थानों पर गायरो एजीमुथ के निर्धारण के लिए जायरो स्कोपिक सर्वेक्षण को सफलतापूर्वक संपन्न किया है।
भारत सरकार की ऐसी प्रतिष्ठित रेलवे परियोजना का हिस्सा बनने पर न केवल सीएमपीडीआई, बल्कि होल्डिंग कंपनी कोल इंडिया के लिए भी यह गौरव का क्षण है। संस्थान की तकनीकी उत्कृष्टता का एक उदाहरण है।