विवेक चौबे
गढ़वा। झारखंड के गढ़वा जिले के विभिन्न गांव के 12 मजदूर काम करने राजस्थान गये थे। रात में झोपड़ी में सो रहे थे। अचानक उसमें आग लग गई। कुछ लोग किसी तरह जान बचाने में कामयाब हो गये।
घटना रविवार की रात करीब 12 बजे घटी। इसकी सूचना ग्रामीणों को मंगलवार को मिली। जानकारी के मुताबिक जिले के कांडी थाना क्षेत्र के शिवपुर गांव के 12 लोग सात माह पहले राजस्थान मजदूरी करने गये थे। वे वहां बेबीकूट सौता नामक जगह पर टाटा पावर प्लांट में मजदूरी कर रहे थे।
घटना की रात सभी खाना खाकर झोपड़ी में सो गए थे। अचानक 12 बजे रात में झोपड़ी धू-धूकर जलने लगी। सो रहे 11 लोग तो किसी प्रकार जान बचाकर झोपड़ी से बाहर भाग गए। हालांकि गांव के राम प्रसाद साह का 45 वर्षीय पुत्र सुदिन प्रसाद साह आग की चपेट आकर गंभीर रूप से घायल हो गया।
उसके साथियों ने उसे जोधपुर के एक अस्पताल में भर्ती किया। हालांकि उसे बचाया नहीं जा सका। मृतक के साथ में रह रहे लोगों ने फोन पर बताया कि जिस झोपड़ी में वे सो रहे थे, उसके बाहर बगल में स्थानीय लोगों ने खाना बनाया था। आग को बुझाये बिना छोड़कर चले गये थे। उसी आग से उठी चिंगारी ने झोपड़ी को जला दिया।
मृतक की पत्नी कुलवंती देवी का रो रोकर बुरा हाल है। वह बार-बार बेहोश हो जा रही है। पुत्र योगेंद्र प्रसाद गुप्ता, राज कुमार गुप्ता, लड़की प्रतिमा देवी व पूनम कुमारी भी रोते-रोते बेहाल हो रहे थे। मृतक का शव गुरुवार तक आने की संभावना है।