प्रशांत अंबष्ठ
बोकारो। झारखंड के बोकारो जिले के बेरमो अनुमंडल के उग्रवाद प्रभावित ऊपरघाट स्थित पोखरिया पंचायत की एक दो बच्चे की मां को अगवा कर लगातार छह माह तक बलात्कार करने की मामला प्रकाश में आया है। गुरूवार को पीड़िता किसी तरह आरोपी चुंगल से भागकर पेंक पहुंची। परिजनों को सारी जानकारी दी। जानकारी मिलने के बाद स्थानीय पुलिस हरकत में आयी। कार्रवाई करते आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
पीड़िता ने बताया कि जेनामोड़ (टांड बालीडीह) निवासी मो नसीब अंसारी ने छह माह पूर्व पोखरिया पंचायत से रात में अगवा कर लिया था। जेनामोड़ (टांड बालीडीह) में एक घर में बंधक बनाकर रखा था। इस दौरान लगातार बलात्कार करता था। पांच दिन पहले किसी तरह से आरोपी के चुंगल से भागकर पेंक पुहंची। वहां भी आरोपी पहुंच गया और ईंट भट्टा में बलात्कार किया। इस दौरान पीड़िता के चिल्लाने के दौरान गांव के दर्जनों ग्रामीण दौड़कर ईंट भट्टा पहुंचे। आरोपी को पकड़ लिया और उसकी जमकर धुनाई की।
इस दौरान ग्रामीण के चुंगल से आरोपी भागने लगा। भागने के क्रम वह गिर गया और बुरी तरह जख्मी हो गया। इसके बाद ग्रामीणों ने आरोपी को खदेड़कर पकड़ लिया और स्थानीय पुलिस को सौंप दिया। इस मामले में पेंक-नारायणपुर थाना में मामला दर्ज कर आरोपी की कोविड़-19 जांच कराकर तेनुघाट जेल भेज दिया। पीड़िता ने बताया कि आरोपी भी शादीशुदा है। वह दो बच्चे का बाप है। वहां पर भी इस मामले में समाज में पंचायती हुई थी, लेकिन वहां की पंचायत ने पूरे मामले को दबा दिया गया।
पीड़िता ने बताया कि आरोपी ने उसे धमकी भी दी गयी थी कि किसी को कुछ बताने पर अंजाम बुरा होगा। थाना प्रभारी अरूण कुमार शर्मा ने कहा कि महिला के आवेदन पर त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। इस मामले का अनुसंधानकर्ता सहायक आरक्षी निरीक्षक केडी राय को बनाया गया है।
पीड़िता का पति दिव्यांग है। पोखरिया पंचायत में एक झोपड़ीनुमा घर में रहती है। पति ईंट भट्टा में काम कर किसी तरह जीवन की गाड़ी खिचता है। पत्नी की अगवा होने पर उसने कई लोगों से मदद की गुहार लगाई थी, लेकिन किसी ने सहयोग नहीं किया। इसके कारण वह बेबसी में छह माह इधर-उधर भटककर दिन काटता रहा।