किसानों के हित को देखते हुए वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक हो : डॉ उरांव

कृषि झारखंड
Spread the love

चतरा। किसानों के दरवाजे तक तकनीकों को पहुंचाने का काम कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक ही करते है, जो काफी अहम है। वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक किसानों के हि‍त को देखते हुए होनी चाहिए। कृषि विज्ञान केंद्र प्रशिक्षण, प्रत्यक्षण और सुसाधन को जुटाने का काम करता है। वैज्ञानिकों को सरल शोध करना चाहिए। उक्‍त बातें रांची स्थित बिरसा कृषि विश्‍वविद्यालय के निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ जगरनाथ उरांव ने कही। वे स्थानीय कृषि विज्ञान केंद्र में 15वीं वैज्ञानिक सलाहकार समिति की बैठक में सोमवार को बोल रहे थे।

इसमें क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र चिंयांकी के डॉ डीएन सिंह, मृदा एवं रसायन विभाग बीएयू रांची के डॉ बीके अग्रवाल, अटारी पटना के  मुख्य वैज्ञानिक डॉ अमरेंद्र कुमार, एसआरएफ रविंद्र कुमार एवं जिले के सभी कृषि संबंधित विभाग के पदाधिकारि‍यों ने भाग लिया।

केंद्र के वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान डॉ रंजय कुमार सिंह ने विगत वर्षो में किये गये कार्य की विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम में वैज्ञानिक डॉ वीपी राय, इंजीनियर विनोद कुमार पांडेय एवं वैज्ञानिक धर्मा उरांव ने विगत वर्षो में किये कार्यो का प्रतिवेदन पेश किया। वर्ष 2021-22 में किये जाने वाले कार्यों की रुपरेखा रखी।

चिंयाकी के मुख्य वैज्ञानिक डॉ सिंह ने कहा कि किसानों की चेहरे पर खुशी तक आ सकती है, जब सब्जी की खेती पर जोर दि‍या जाए। झारखंड में एक तरह की जमीन नहीं है। इसको ध्यान में रख कर प्रत्यक्षण करें। जिस तरह से हमारे पूवजों ने हमें स्वास्थ्य मिट्टी दी थी, हम भी कोशिश करें कि‍ आने वाली पीढियों को स्वास्थ्य मिट्टी दें। हमारे वैज्ञानिक ने ऐसा चावल की किस्‍म विकसित की है, जिसमें 10 से 11 प्रतिशत प्रोटीन पाई जाती है।

अटारी के मुख्य वैज्ञानिक डॉ कुमार ने कहा कि किसान की आमदनी दो तरह से बढ़ सकती है। कम लागत और आमदनी ज्यादा हो। इस पर ज्यादा ध्यान देकर वैज्ञानिक प्रत्यक्षण करें।

केंद्र के प्रधान डॉ सिंह ने निदेशक प्रसार शिक्षा से अनुरोध किया कि कृषि विज्ञान केंद्र में खाली पदों को जल्द से जल्द भरा जाए, ताकि किसानों को और लाभ पहुंचाया जा सके। कार्यक्रम को डॉ अग्रवाल ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में उपेंद्र कुमार सिंह, मो जुनैद आलम, शिवेन्द्र कुमार दूबे, अभिजित घोष, नवल किशोर, अभिषेक घोष, लालमनी ठाकुर, बसंत ठाकुर, नेपाल ठाकुर, रूपलाल कुमार भोक्ता, किशोरी कांत मिश्र, रवि कुमार, पतरस टोप्पो, जयराम सिंह, रंजित गंझु शामिल थे।

निकरा परियोजना का भ्रमण किया

निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ जगरनाथ उरांव और अटारी के मृख्य वैज्ञानिक डॉ अमरेंद्र कुमार, मुख्य वैज्ञानिक डॉ डीएन सिंह ने केंद्र द्वारा संचालित निकरा परियोजना का भ्रमण किया। इस दौरान निकरा परियोजना द्वारा किये गये कार्यो को देखा। भ्रमण के दौरान अटारी के मुख्‍य वैज्ञानिक ने कहा कि कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा चलाये जा रही परियोजना से गांव के किसान लाभांवित हो रहे हैं। भ्रमण के दौरान खेत में लगी फसल को देखकर प्रसन्नता हुई। भ्रमण का नेतृत्व शोध सहायक मो जुनैद आलम ने किया।