पुलिस ने शिक्षकों का तोड़ा मंच, अगरतला में तनाव के बाद धारा 144 लागू
प्रदर्शनकारियों पुलिस ने किया वाटर केनन व आंसू गैस का उपयोग
अगरतला। बर्खास्त शिक्षकों के मुख्यमंत्री आवास पर आंदोलन को रोकने के उद्देश्य पुलिस ने बुधवार को आंदोलनकारियों का मंच तोड़ दिया। इसके साथ ही 300 से अधिक प्रदर्शनकारी शिक्षकों को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद राजधानी अगरतला के प्यारेदास चौमुहानी क्षेत्र में स्थिति गंभीर हो गयी जिसे नियंत्रित करने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। पुलिस पर मारपीट का आरोप लगाते हुए आंदोलन करने वाले शिक्षक मुख्यमंत्री आवास की ओर बढ़ने लगे। नतीजतन पुलिस ने वाटर केनन और आंसू गैस छोड़ कर आंदोलन को नियंत्रित करने की कोशिश की।
बर्खास्त शिक्षकों ने लगातार 51 दिनों तक धरना देने के बाद आज से उग्र आंदोलन की चेतावनी दी थी। मंगलवार की शाम को उन्होंने मशाल जुलूस निकालकर बुधवार को मुख्यमंत्री का आवास घेरने की चेतावनी दी थी। इस कारण जिला और पुलिस प्रशासन ने कानून और व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने का आशंका जाहिर करते हुए चेतावनी जारी की थी। परिणामस्वरूप पश्चिम त्रिपुरा जिला आधिकारिक डॉ शैलेश कुमार यादव ने अगरतला निगम क्षेत्र में धारा 144 लागू की थी।
पश्चिम जिला पुलिस प्रशासन ने प्यारेदास चौमुहानी के सिटी सेंटर के सामने बड़े पैमाने पर बनाये गये मंच को आज सुबह तोड़ दिया। सभी सामान पुलिस ने मौके से हटा दिया। इस दौरान 300 से अधिक प्रदर्शनकारी शिक्षकों को गिरफ्तार किया गया और उन्हें आरके नगर टीएसआर शिविर में ले जाया गया। इसकी वजह से शिक्षक उग्र हो गए और करीब 10 बजे से प्यारेदास चौमुहानी में सड़क पर जाम लगा दिया। पुलिस और टीएसआर बलों ने उन्हें रोकने की पूरी कोशिश की लेकिन वे नाकाम रहे। अचानक सभी प्रदर्शनकारियों ने सिटी सेंटर के सामने जाकर नारे लगाए और सड़क पर लेट गए। इस बीच पुलिस के साथ हाथापाई में एक महिला घायल हो गई। उसके बाद प्रदर्शनकारी और अधिक उत्तेजित हो गए।
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अधिक पुलिस और टीएसआर कर्मियों को तैनात किया गया। साथ ही वाटर केनन के वाहन और आंसू गैस की व्यवस्था की गयी। कुछ देर तक शोर मचाने के बाद कुछ प्रदर्शनकारी शिक्षक घायल महिला को अस्पताल ले जाने के बहाने मुख्यमंत्री के आवास की ओर बढ़ने लगे। इसको देखते हुए अन्य प्रदर्शनकारी भी मुख्यमंत्री आवास की तरफ पहुंच गए जिसके चलते स्थिति कुछ ही देर में बेकाबू होने लगी। पुलिस ने उन्हें आईजीएम चौमुहानी पर रोकने की कोशिश की जिसके चलते प्रदर्शनकारियों और पुलिस की भिडंत हो गई। पुलिस ने प्यारेदास चौमुहानी, आईजीएम चौमुहानी सहित क्षेत्र में यातायात रोक दिया।
इस बीच प्रदर्शनकारी हिंसक हो गए और मुख्यमंत्री के आवास को घेरने के लिए आगे आने की कोशिश की। इस पर पुलिस को वाटर केनन व आंसू गैस का प्रयोग करना पड़ा। स्थिति को काबू में करने के लिए पुलिस ने लाठी चार्ज भी किया। आईजी कानून-व्यवस्था अरिंदम नाथ भी आंसू गैस के हमले का शिकार हो गये। प्रदर्शनकारियों के गुस्से का शिकार अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक शास्वत कुमार और सदर सब-डिवीजन पुलिस अधिकारी चिरंजीव चक्रवर्ती का वाहन भी हुए। प्रदर्शनकारियों ने उनके वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया है। फिलहाल स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में है। पुलिस के साथ झड़प में कई प्रदर्शनकारी घायल हो गए हैं जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।