आनंद कुमार सोनी
लोहरदगा। जिले के पारा शिक्षक 24 जनवरी, 2021 को वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव का रांची के बरियातू स्थित आवास पर घेराव करेंगे। लोहरदगा जिला एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा की रविवार को हुई बैठक में यह निर्णय हुआ। समाहरणालय मैदान के लिप्टस बागान में हुई बैठक की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष जसीम अंसारी ने की।
मौके पर झारखंड सरकार से अपने वादा को पूरा कराने के लिए राज्य इकाई के दिशा निर्देश के आलोक में ‘वादा निभाओ’ आंदोलन को सफल बनाने पर चर्चा हुई। जिला अध्यक्ष ने कहा कि कार्यक्रम के तहत 17 जनवरी को अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र के विधायक आवास और 24 जनवरी को मंत्रियों के आवास का घेराव करना है। इस दौरान मांगों पर विचार नहीं होने पर 10 फरवरी, 2021 को मुख्यमंत्री आवास का घेराव किया जाएगा। इसमें राज्य के 65 हजार पारा शिक्षक हिस्सा लेंगे।
श्री अंसारी ने कहा कि चुनाव के समय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सभी सभाओं में कहा करते थे कि हमारी सरकार बनते ही बिना शर्त पारा शिक्षकों को 3 महीने के अंदर स्थाई कर दिया जाएगा। हालांकि 1 वर्ष बीत जाने के बाद भी हमारी मांगों पर विचार नहीं किया गया। इसलिए बाध्य होकर हमें आंदोलन का रास्ता अख्तियार करना पड़ रहा है।
जिला सचिव लाल उमा शंकर नाथ शाहदेव ने कहा कि झारखंड सरकार के शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो कोविड-19 के कारण बीमार हैं। सरकार के मुखिया हेमंत सोरेन के पास शिक्षा विभाग का प्रभार है। इसलिए उन्हें अविलंब अपने किये वादे को पूरा करना चाहिए। कुड़ू प्रखंड अध्यक्ष हसन अंसारी ने कहा कि विधायक और मंत्री के आवास घेराव में जिले के लगभग 600 पारा शिक्षकों की उपस्थिति होगी। उन्हें चुनावी वायदे याद दिलाएंगे।
इसरार प्रखंड अध्यक्ष अमानुल्लाह खान ने कहा कि अप्रशिक्षित पारा शिक्षकों का मानदेय भुगतान विगत 19 माह से नहीं हुआ है। उन्हें अविलंब भुगतान किया जाना चाहिए। पारा शिक्षकों की सर्टिफिकेट अपडेशन के नाम पर छंटनी करने का प्रयास सरकार द्वारा किया जा रहा है। ऐसा नहीं होने दिया जाएगा। पारा शिक्षकों का प्रखंड अनुमोदन का कागजात प्रखंड में होना चाहिए। इसलिए प्रखंड अनुमोदन खोजने के लिए प्रखंड कार्यालय का घेराव किया जाएगा।
बैठक में सेन्हा प्रखंड अध्यक्ष शमशाद आलम, जय रानी कुंवर, अमानुल्लाह खान, अवधेश शर्मा, विजय साहू, मोहन भगत, हसमत अली, सावित्री कुमारी, विजय सिंह, दीपक कुमार पांडे, रामदास, धनेश्वर लाल, बलकेश्वर भगत, विनोद भगत, रामदयाल, सोना लकड़ा, रुखसाना परवीन, दीपक, मोहन भगत, तुफैल अहमद सहित अन्य पारा शिक्षक उपस्थित थे।