अत्याचार रोक पाने में नाकाम पाकिस्तान को भारत आए 11 हिंदुओं की आई याद

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नई दिल्ली। पाकिस्तान से गुरुवार को प्रकाशित अधिकांश अखबारों ने अमेरिका के राष्ट्रपति के तौर पर जो बाइडेन के शपथ लेने की खबर प्रकाशित की है। अखबारों ने लिखा है कि अमेरिका के नए प्रशासन से पाकिस्तान को काफी उम्मीदें हैं। अखबारों ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की तरफ से जो बाइडेन को राष्ट्रपति बनने पर मुबारकबाद देने और पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी का अमेरिका और पाकिस्तान के साथ मिलकर काम करने वाला बयान भी प्रकाशित किया है।

अखबारों ने पाकिस्तान के जरिए 2750 किलोमीटर तक मार करने वाली शाहीन-3 बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किए जाने की खबर भी छापी है। अखबारों का कहना है कि पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता ने दावा किया है कि इस मिसाइल के रेंज में भारत के बहुत सारे शहर आ रहे हैं। इसका मकसद मिसाइल के सभी तकनीकी पहलुओं का बारीकी से अध्ययन करना था।

अखबारों ने पाकिस्तान से भारत आए 11 हिंदुओं की वापसी नहीं होने के मामले पर नाराजगी जाहिर करते हुए पाकिस्तान के कई संगठनों के जरिए पाकिस्तान में स्थित भारतीय उच्चायोग के बाहर धरना प्रदर्शन करने की खबर दी है। संगठनों ने भारत गए इन सभी हिंदुओं की वापसी की मांग की है। इस सिलसिले में विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी का एक बयान भी छापा गया है जिसमें उन्होंने कहा है कि 11 हिंदुओं का मामला बार-बार उठाया जा रहा है मगर भारत सरकार इस मामले में पर्दा डाल रही है। उन्होंने कहा कि हमें इन हिंदुओं की भारत में हत्या किए जाने की खबर मिली है। अखबारों ने लिखा है कि भारत को पाकिस्तान में स्थित उनके रिश्तेदारों को उनके शवों को वापस करना चाहिए। यह सभी खबरें रोजनामा औसाफ, रोजनामा जिन्नाह, रोजनामा नवाएवक्त, रोजनामा जंग, रोजनामा खबरें, रोजनामा पाकिस्तान ने अपने पहले पृष्ठ पर प्रकाशित की हैं।

रोजनामा खबरें ने लंदन से एक समाचार भारत से सम्बंधित प्रकाशित की है जिसमें बताया गया है कि कनाडा की सरकार ने खालसा एड नामक एक समाजसेवी संस्था को नोबेल पुरस्कार दिए जाने की सिफारिश की है। अखबार ने लिखा है कि भारत सरकार ने खालसा एड को सिख फॉर जस्टिस से जोड़कर इसका विरोध करना शुरू कर दिया है और कई लोगों को गिरफ्तार भी किया है। 1999 में इस संस्था को शुरू किया गया था। इस संस्था ने म्यांमार और बंगलादेश सीमा पर रोहिंग्या मुसलमानों पर बर्मा की सेना के जरिए किए जाने वाले बर्बरता पूर्ण कार्रवाई के बाद उन्हें मदद पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। अखबार का कहना है कि मोदी सरकार को कनाडा सरकार के इस फैसले से बड़ा झटका लगा है।

रोजनामा पाकिस्तान ने यह खबर दी है कि भारतीय फिल्म इंडस्ट्री भी अब हिंदुत्व के साय में काम कर रही है। नेटफ्लिक्स पर जारी तांडव वेब सीरीज की टीम के खिलाफ एफआईआर दर्ज किए जाने की खबर दी है। अखबार ने लिखा है कि इस वेब सीरीज में मोदी सरकार के खिलाफ कुछ बातें की गई हैं जिसको देखते हुए एफआईआर दर्ज कर फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगाने की कोशिश की जा रही है। अखबार का कहना है कि भारत में हिंदुत्ववादी ताकतें फिल्मों को लेकर हमेशा बवाल मचाती रहती हैं। ताजा मामला भी इसी कारण सामने आया है।

रोजनामा नवाएवक्त ने प्रधानमंत्री इमरान खान का एक बयान प्रमुखता से प्रकाशित किया है जिसमें उन्होंने कहा है कि फॉरेन फंडिंग केस की सुनवाई सभी राजनीतिक दलों के अध्यक्षों की मौजूदगी में होनी चाहिए और इसका सीधा प्रसारण टेलीविजन पर किया जाना चाहिए तभी पता चलेगा कि कौन सच्चा है और कौन झूठा है। इसके अलावा पाकिस्तान के सूचना एवं प्रसारण मंत्री शिबली फराज का एक बयान अखबार ने छापा है जिसमें उन्होंने कहा कि बनारसी ठग बेनकाब हो गए। जिस तरह से बनारसी ठग मशहूर हैं, उसी तरह से ब्राड शीट मामले के सामने आने के बाद पाकिस्तान को लूटने वाले सभी ठग भी सामने आ गए हैं।