देश में स्मार्ट मैनेजमेंट की आवश्यकता : मुख्‍यमंत्री

झारखंड
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  • जेवियर इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल सर्विस के 59वां दीक्षांत समारोह में हुए शामिल

रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि वर्तमान समय में देश को स्मार्ट मैनेजमेंट की आवश्यकता है। उन्‍होंने विश्वास जताया कि स्मार्ट मैनेजमेंट सिस्टम तैयार करने में एक्सआईएसएस संस्थान से मैनेजमेंट की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थी अहम भूमिका निभाएंगे। मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों से अपील की कि आप चाहे जितनी भी ऊंचाइयों को छूएं, परंतु अनुशासन कभी नहीं भूलें। जीवन में अनुशासन हमेशा जरूरी है। मुख्यमंत्री ने एक्सआईएसएस की समृद्ध विरासत की प्रशंसा की। वे 16 जनवरी को एक्सआईएसएस ऑडिटोरियम में आयोजित जेवियर इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल सर्विस (एक्सआईएसएस) के 59वां दीक्षांत समारोह में शामिल हुए। महामारी के बीच यह दीक्षांत समारोह वर्चुअल आयोजित हुआ।

वीजन का पूरा उपयोग करें

मुख्यमंत्री ने कहा कि जेवियर इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल सर्विस संस्थान विद्यार्थियों को अपने पैरों में खड़ा होना सिखाता है। यह संस्थान बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देकर होनहार बनाता है। यह संस्थान सिर्फ उन्हें ही नहीं खड़ा होना सिखाता जिनके पैर हैं, बल्कि उन्हें भी खड़ा करता है जिनके पास पैर नही हैं। जो भी विद्यार्थी इस संस्थान से शिक्षा ग्रहण किए हैं, वे इस राज्य के विषय में बहुत कुछ अवश्य जाना होगा। वर्तमान परिस्थितियों के संबंध में भी जानकारी मिली होगी।

मुख्यमंत्री ने मैनेजमेंट की डिग्री पाने वाले विद्यार्थियों से कहा कि आप सभी लोग मैनेजमेंट की शिक्षा लेकर अपने नए जीवन में प्रवेश कर रहे हैं। आप की आवश्यकता देश और विदेशों के विभिन्न संस्थानों को है। आप अपने नए सफर में कुछ यादें, बातों, ज्ञान और आशीर्वाद को गांठबांध कर चलें। सभी रास्ते सहज और सीधे नहीं होते हैं। नए राह पर नई चुनौतियां मिलेंगी। हमें अपनी बुनियाद नहीं भूलनी चाहिए। हम यहां तक कैसे पहुंचे हैं, इसका ख्याल हमेशा रखना चाहिए। आप सशक्त समाज के निर्माण में अपनी भूमिका प्रतिबद्धता के साथ निभाएं।

जीवन परिवर्तनशील, अनुभव महत्वपूर्ण

श्री सोरेन ने कहा कि मानव जीवन हमेशा परिवर्तनशील होता है। जीवन में हमेशा नई चुनौतियां, नई खोज, नई ऊंचाइयां आती-जाती रहती रहती है। इन सभी परिस्थितियों में अनुभव महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में काम करती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सभी 304 विद्यार्थी आज मैनेजमेंट की पढ़ाई कर डिप्लोमा/डिग्रीधारी बन रहे हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि आप सभी लोग संस्थान द्वारा दी गई शिक्षा को सार्थक करते हुए उसका उपयोग करेंगे और समाज की बेहतरी के लिए अहम योगदान देंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का दिन सिर्फ संस्थान के फैकल्टी और विद्यार्थियों के लिए ही नहीं बल्कि विद्यार्थियों के माता-पिता, भाई-बहन, मित्र के लिए भी खुशी का दिन है। मुख्यमंत्री ने सभी विद्यार्थियों को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।

महामारी ने जीवन में लाए कई बदलाव

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वैश्विक महामारी ने मानव जीवन में कई बदलाव लाए हैं। हमारे व्यवहार और दिनचर्या में कई परिवर्तन हुए हैं। कोरोना संक्रमण का सबसे दुखद असर शिक्षा के क्षेत्र में पड़ा है। स्कूलों में शिक्षा ग्रहण करने वाले विद्यार्थी हो या कॉलेज में पढ़ने वाले छात्र-छात्राएं कोरोना संक्रमण ने सभी पर नकारात्मक प्रभाव डाला है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 महामारी के बीच एक्सआईएसएस का 59वां दीक्षांत समारोह वर्चुअल माध्यम से ऑनलाइन आयोजित हो रहा है। मानव जीवन में बदलाव का यह भी एक बड़ा उदाहरण है।

उन्होंने कहा कि इस संस्थान में पिछले कुछ वर्षों में कई बार दीक्षांत समारोह कार्यक्रम आयोजित हुआ है। आज के दिन इस सभागार में कितनी खुशियां कितनी उमंग दिखाई पड़ती थी, परंतु आज का दीक्षांत समारोह वर्चुअल रूप में करना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि फिर भी हमसभी लोग इस चुनौती को बड़ी चुनौती के रूप में लिया और सामान्य जीवन के लिए रास्ते निकाले। मुख्यमंत्री ने वैसे सभी विद्यार्थी और उनके परिजनों को शुभकामनाएं दीं, जो वर्चुअल रूप से इस कार्यक्रम से जुड़े थे।

304 विद्यार्थियों को डिप्लोमा/डिग्री दिए

दीक्षांत समारोह में 304 विद्यार्थियों को डिप्लोमा/डिग्री दिए गए। इनमें 26 विद्यार्थियों के बीच 11 को स्वर्ण, 8 को रजत और 5 को कांस्य मेडल एवं 2 विद्यार्थियों के बीच नकद राशि एवं प्रमाण पत्र वितरित किए गए। मौके पर मुख्यमंत्री ने कई पुस्तकों का भी विमोचन किया। इस अवसर पर एक्सआईएसएस गवर्निंग बॉडी के अध्यक्ष फादर अजीत खेस, निदेशक डॉ जोसेफ मरियानुस कुजूर, सहायक निदेशक डॉ प्रदीप केरकेट्टा सहित सभी विभागाध्यक्ष एवं प्रोफेसर उपस्थित थे। देश के विभिन्न क्षेत्रों से छात्र-छात्राएं उनके माता-पिता एवं प्रतिष्ठित पूर्व छात्र संघ सदस्य एवं अन्य ऑनलाइन उपस्थित थे।