ट्रैक्टर रैली हिंसा में 300 से अधिक पुलिस जवान घायल, 22 FIR दर्ज

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नई दिल्ली। ट्रैक्टर रैली हिंसा में गणतंत्र दिवस के दिन 300 से अधिक पुलिस कर्मी घायल हुए हैं। इस दौरान 8 बसें, 17 वाहन और 4 कंटेनर तोड़े गए। हिंसा के संबंध में 22 FIR दर्ज़ की गई हैं।

दिल्ली पुलिस ने कहा कि 26 जनवरी को आंदोलनकारी किसानों द्वारा दिल्ली पुलिस पर हमला करने से 300 से अधिक पुलिस कर्मी घायल हुए हैं। किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा में 22 FIR दर्ज़ की गई हैं।

ट्रैक्ट्रर रैली के पहले किसान नेता और पुलिस के बीच बनी थी कि हथियार लेकर नहीं चलना है। निर्धारित मार्ग का पालन करना और ट्रॉलियों के बिना ट्रैक्टरों के साथ दिल्ली में प्रवेश करना है। हालांकि ट्रैक्टर परेड में शामिल कई प्रदर्शनकारियों द्वारा इनका उल्लंघन किया गया। कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शनकारियों के मार्च में इस शर्त का भी उल्लंघन किया गया कि 1 ट्रैक्टर पर 5 से अधिक व्यक्ति सवार नहीं होंगे। यह ट्रैक्टर मार्च हिंसक हो गया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच कई स्थानों पर झड़प हुई।

किसानों ने बेरिकेड हटा दिये और आगे बढ़े। उन्हें रोकने की कोशिश करने वाले पुलिस कर्मियों से भिड़ गए। कई स्थानों पर उन्हें लाठी, तलवार और अन्य तेज धार वाले हथियार लिए और पुलिसकर्मियों का पीछा करते हुए देखा गया। गाजीपुर बार्डर से आईटीओ की ओर निकलने और किसान लालकिला पहुंच गए। इन किसानों को पुलिस के साथ भिड़ते और पुलिसकर्मियों को लाठियों से मारते देखा गया। अक्षरधाम के पास कुछ प्रदर्शनकारियों को तलवारें लिये और पुलिसकर्मियों का पीछा करते देखा गया।

पुलिस के मुताबिक उपद्रवियों ने 8 DTC बस, 17 पब्लिक व्हिकल, 4 कंटेनर, 300 से ज्यादा लोहे के बेरीकेड्स तोड़े हैं। उपद्रवी पुलिसकर्मियों पर लाठीचार्ज करते दिखे। प्रदर्शनकारियों के साथ हुई हिंसा में 300 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं।

किसान यूनियनों के नेताओं ने रविवार को दिल्ली में ट्रैक्टर परेड के लिए शर्तों को रेखांकित किया था। उन्होंने गणतंत्र दिवस के दिन निकाले जाने वाली ट्रैक्टर परेड में शामिल लोगों से शांति बनाए रखने की अपील करने के साथ ही उनसे हथियार नहीं रखने, शराब नहीं पीने, भड़काऊ संदेश वाले बैनर नहीं रखने का कहा था। प्रदर्शनकारियों को विशेष रूप से राष्ट्रीय राजधानी के सिंघू, टिकरी और गाजीपुर सीमा बिंदुओं से निकलने वाले तीन मार्गों का पालन करने के लिए कहा गया था, जो नहीं हुआ।