चुआंड़ी डाड़ी का दूषित पानी पीने को विवश हैं कई गांव के ग्रामीण

झारखंड
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लातेहार। जिले के कई गांव के ग्रामीण चुआंड़ी डाड़ी का दूषित पानी पीने को विवश हैं। चंदवा प्रखंड की लाधुप पंचायत के ग्राम आरा की टोला करूंजवा और उबका के ग्रामीण दूषित पानी पी रहे हैं। इस टोले में आदिवासी और दलित परिवार निवास करते हैं। यहां एक भी चापानल और कुआं नहीं है। सामाजिक कार्यकर्ता अयुब खान और अजीज अंसारी ने इस गांव का दौरा किया। वस्‍तुस्थिति से अवगत हुए। उपायुक्‍त अबु इमरान और बीडीओ गनेश रजक से समस्‍या के निराकरण की मांग की है।

करूंजवा टोले में करीब चालीस घर हैं। दो सौ की संख्या वाले इस टोले में आदिवासी दलित परिवार निवास करते हैं। यहां एक भी चापानल और कुआं नहीं है। लोग खेत में बनी डाड़ी के दूषित पानी से अपनी प्यास बुझा रहे हैं। बरसात के समय बारिश और खेतों का पानी डाड़ी में प्रवेश कर जाता है, जिससे पानी गंदा और दूषित हो जाता है। इसी दूषित जल का सेवन करने के लिए यहां के लोग विवश हैं। दूषित पानी भी दूर से ढोकर लाना पड़ता है। इससे महिलाओं को काफी परेशानी हो रही है।

वार्ड सदस्य कृष्णा गंझु और ग्रामीण फूलचंद गंझु, उमेश मुंडा, प्रमोद गंझु, कुलदीप गंझु, बुधन गंझु, बराईन मुंडा, पूरन मुंडा, बिलेंद्र मुंडा ने बताया कि इस टोले में सबसे अधिक परेशानी पानी की है। महिलाएं डाड़ी से दूषित पानी का सेवन कर बीमार हो जाती हैं। टोले से दूर खेत और झाड़ी में चुआंड़ी रहने के कारण शाम को महिलाएं डाड़ी से पानी लाने नहीं जा पाती हैं। इससे पानी के बिना कभी-कभी जैसे तैसे गुजारा करना पड़ता है।

उबका के उमेश तुरी, पांड़ू मुंडा, देवंती देवी, रमेश तुरी, पूनम देवी, रामजीत मुंडा, तेतरा मुंडा व अन्य ने कहा कि बीस घरों की आबादी वाले इस टोले में एससी एसटी परिवार निवास करते हैं। यहां नदी के सामने एक चुआंड़ी बनाकर दूषित पानी पीने को मजबूर हैं। यहां ना चापानल है और ना ही कुआं। इससे पानी की समस्या हमेशा बनी रहती है।

अयुब खान ने कहा कि करूजवा, जावाखाड़, उबका, बेलटांड़ मे पानी समस्या से उपायुक्त और बीडीओ को अवगत करा दिया गया है। करूंजवा और उबका में चापानल जलमीनार लगाकर पानी समस्या दूर करने की मांग उपायुक्त अबु इमरान और बीडीओ गनेश रजक से की गई है।