रांची। झारखंड की राजधानी रांची जिले से सटे अड़की प्रखंड के हेसाहातु गांव में जनशक्ति से जलशक्ति अभियान के तहत बोरीबांध का निर्माण किया गया। इसके बाद सिंदरी बाजारटांड़ में सामूहिक भोज का आयोजन किया गया। बता दें कि यह अभियान खूंटी जिला प्रशासन, सेवा वेलफेयर सोसाईटी और ग्रामसभाओं के संयुक्त तत्वावधान में चलाया जा रहा है। पिछले वर्ष चलाये गए अभियान के दौरान लगभग 110 बोरीबांध बनाये गए थे। इस वर्ष अब तक 35 बोरीबांधों का निर्माण किया जा चुका है। बोरीबांध के इस मॉडल को दो नेशनल अवार्ड 65वां स्कॉच अवार्ड और जलशक्ति अवार्ड से नवाजा जा चुका है।
इन लोगों ने किया श्रमदान
ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के मेंबर कालीचरण मुंडा, कांग्रेस सहकारिता प्रकोष्ट के महासचिव नईमुद्दीन खां, मुखिया विश्वंबर मुंडा, ग्रामप्रधान आसमान मुंडा, रामा पुराण, बीडीओ गौतम प्रसाद साहू, जेएसएलपीएस के डीपीएम शैलेंद्र रंजन, पशुपालन पदाधिकारी शैलेंद्र कुमार ठाकुर, बीपीओ अमित कुमार, बीपीएम सुनील कुमार, पंचायत सचिव दीनू साहु, रोजगार सेवक जंगल सिंह मुंडा, सुरेन दास और ग्रामीणों ने श्रमदान किया।

जल संरक्षित कर खेती करेंगे किसान
हेसाहातु गांव के रूपई नदी पर बनाये गए। बोरीबांध बनने से ग्रामीण काफी खुश हैं। इस बांध के जरिये जहां पानी का बड़ा ठहराव हुआ, वहीं आउटलेट निकालकर पानी को हेसाहातु के खेतों में डाईवर्ट किया गया। इससे किसान लगभग 10 एकड़ से ज्यादा जमीन में गरमा धान और सब्जी की खेती करेंगे। बोरीबांध बनने से पहले ही ग्रामीणों ने खेतों की जुताई कर लिया है। ग्रामप्रधान आसमान मुंडा और मुखिया विश्वम्भर मुंडा ने कहा कि बोरीबांध उनके गांव के लिए वरदान साबित होगा। उनके द्वारा अभी गांव और पंचायत क्षेत्र में सेवा वेलफेयर सोसाईटी के सहयोग से और भी बोरीबांध बनाये जाऐंगे।