
आनंद कुमार सोनी
लोहरदगा। स्वामी दयानंद सरस्वती के भक्त, अखिल भारतीय दयानंद सेवाश्रम संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष महाशय धर्मपाल के निधन पर गुरुकुल शांति आश्रम में वैदिक मंत्रोच्चार के साथ यज्ञ कर श्रद्धांजलि दी गई। शांति यज्ञ आचार्य अर्जुन देव आर्य ने कराया। नगर के गणमान्य लोगों ने श्रद्धांजलि दी।
मौके पर अखिल भारतीय दयानंद सेवाश्रम संघ के प्रदेश प्रभारी आचार्य ने कहा कि महाशय धर्मपाल का जीवन वेदों के अनुसार था। वे वेदों के आदेश का अक्षरश: पालन करते थे। बिना किसी भेदभाव के समाज के प्रत्येक वर्ग के लोगों के सहयोग के लिए तैयार रहते थे। उन्होंने समाज के उत्थान के लिए केवल औद्योगिक जगत में ही नहीं, अपितु शिक्षा जगत में और चिकित्सा आदि क्षेत्रों में भी विशेष योगदान दिया।
महाशय वास्तव में महान कर्मयोगी थे। संत थे। उन्होंने अपनी कमाई का बहुत बड़ा हिस्सा समाजसेवा में लगाया। वे कहा करते थे मैं जो भी कुछ हूं, ऋषि दयानंद के कारण से ही हूं। श्रद्धांजलि सभा में राकेश राय, गुप्तेश्वर गुप्ता, यदुनंदन तिवारी, सुभाष यादव, उत्तम कुमार, आशीष आर्य, गणेश शास्त्री, अभय भारती, महादेव पहलवान, संजय चंद्र यादव, कंवलजीत सिंह, माता कुंती, अभय भारती, इंदु देवी, रविंद्र दत्ता, अनुग्रह कुमार, सुमित्रा देवी, रंजन सिंह आदि उपस्थित थे। श्रद्धांजलि सभा का संचालन आचार्य आशीष आर्य ने किया।