रांची। अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उच्च शिक्षा संवर्ग की झारखंड कमेटी 15 जनवरी से सदस्यता अभियान चलाएगा। राज्य के विभिन्न विश्वविद्यालयों के लिए प्रभारी बनाए गए। यह निर्णय संगठन के प्रदेश की प्रमुख टोली की बैठक में हुआ। रांची के निवारणपुर स्थित विश्व संवाद केंद्र कार्यालय में 15 दिसंबर को प्रदेश अध्यक्ष डॉ प्रदीप कुमार सिंह की अध्यक्षता में बैठक हुई।
इस अवसर पर अखिल भारतीय उच्च शिक्षा प्रभारी महेंद्र कुमार (वाराणसी) ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2022 से पूरे देश में लागू होने जा रहा है। इसकी तैयारी को लेकर विभिन्न प्रकार की समितियों के माध्यम से योजना बनाई जा रही है। शिक्षा का प्रारंभ 03 वर्ष से होने के कारण उनको पढ़ाने के लिए पूरे देश के योग्य आंगनबाड़ी सेविका को प्रशिक्षित किया जाएगा। विश्वविद्यालयों की कई कटेगरी होगी, जिसमें रिसर्च के लिए अलग विश्वविद्यालय, तकनीकी के लिए अलग, उपाधि के लिए अलग विश्वविद्यालय की स्थापना होगी। अधिकतम महाविद्यालयों को स्वायत्तता दी जाएगी, जो अपने यहां से छात्रों को उपाधि देने के लिए स्वतंत्र होगा।
बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि 15 जनवरी से 15 फरवरी तक झारखंड में सदस्यता अभियान चलाया जाएगा। उच्च शिक्षा के 1200 प्राध्यापकों को सदस्य बनाया जाएगा। प्रत्येक विश्वविद्यालय की नई कार्यकारिणी का गठन 15 फरवरी से 15 मार्च तक करना है। महेंद्र कुमार ने विश्वविद्यालयों के लिए प्रभारी के नामों की घोषणा की है।
रांची विश्वविद्यालय के लिए डॉ ब्रजेश कुमार, कोल्हान विश्वविद्यालय के लिए डॉ ज्योति प्रकाश, विनोबा भावे विश्वविद्यालय एवं बीबीएमकेयू, धनबाद के लिए डॉ प्रदीप कुमार सिंह, एनपीयू, मेदिनीनगर के लिए डॉ बीके मिश्रा, डीएसपीएमयू, रांची एवं झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय के लिए डॉ राजकुमार चौबे, एसकेएमयू, दुमका के लिए डॉ अजय सिन्हा। बैठक में डॉ प्रदीप कुमार सिंह, डॉ बीके मिश्रा, डॉ ब्रजेश कुमार, डॉ सुनीता गुप्ता, डॉ राजकुमार चौबे, डॉ भारती द्विवेदी आदि उपस्थित थे।