- निजी संस्थान और कंपनियों को आकर्षित करने के लिए मेडिको सिटी प्रोजेक्ट में किए गए हैं कुछ बदलाव, दी जाएंगी कई रियायतें
रांची । राज्य में लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। यहां के मरीजों को इलाज के लिए दूसरे राज्यों का रूख नहीं करना पड़े। अपने ही राज्य में उनका बेहतर इलाज हो, इसके लिए अस्पतालों में अत्याधुनिक संसाधन मुहैया कराया जा रहा है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रांची के ईटकी में मेडिको सिटी विकसित किए जाने संबंधी स्वास्थ्य विभाग के प्रेजेंटेशन कार्यक्रम के दौरान कही। उन्होंने कहा कि मेडिको सिटी को मेडिकल हब के रूप में विकसित किया जाएगा। यहां मल्टी और सुपर स्पेशियलिटी चिकित्सा सुविधा से जुड़ी सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी, जिसका फायदा राज्यवासियों को होगा।
मेडिको सिटी प्रोजेक्ट में किया गया है बदलाव
रांची के ईटकी स्थित टीबी सेनेटोरियम की लगभग 70 एकड़ जमीन में पीपीपी मोड पर मेडिको सिटी को विकसित करने की प्रक्रिया लंबे समय से चल रही है। हालांकि अब तक इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा सका है। इस वजह से मेडिको सिटी प्रोजेक्ट में कुछ बदलाव किए गए हैं, ताकि वर्तमान परिस्थितियों में इसे पीपीपी मोड पर विकसित करने की दिशा में निजी कंपनियों और संस्थानों को आकर्षित किया जा सके। इन्हें राज्य सरकार द्वारा कई रियायतें भी दी जाएंगी।
चार प्रोजेक्ट के आधार पर विकसित करें
टीबी सेनेटोरियम की जमीन पर मेडिको सिटी को चार प्रोजेक्ट के आधार पर विभाजित कर विकसित किया जाएगा। इसके तहत प्रोजेक्ट ए में मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल, प्रोजेक्ट बी में मेडिकल एजुकेशनल हब, प्रोजेक्ट सी में सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल और प्रोजेक्ट डी में आयुर्वेद सेंटर बनाया जाएगा।
मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल में होगी ये व्यवस्थाएं
मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल के निर्माण के लिए 350 करोड़ का बजट होगा। इस मेडिकल कॉलेज में 85 प्रतिशत सीट झारखंड डोमिसाइल के विद्यार्थियों के लिए आरक्षित होगी। इसके अलावा 20 प्रतिशत सीटों पर विद्यार्थियों का नामांकन स्वास्थ विभाग द्वारा तय किए गए फीस के आधार पर होगा। मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 30 प्रतिशत बेड सिलेक्ट किए गए पर मरीजों के लिए आरक्षित होगा।
मेडिकल एजुकेशनल हब में इनकी होगी पढ़ाई
मेडिकल एजुकेशन हब के तहत नर्सिंग में बीएससी और एमएससी की पढ़ाई होगी। बीएससी नर्सिंग में 100 सीटें और एमएससी नर्सिंग में 60 सीट होगी। इनमें से 15 प्रतिशत सीटें राज्य सरकार द्वारा चयनित किए गए विद्यार्थियों के लिए आरक्षित होगी। इसके निर्माण पर लगभग 350 करोड़ पर खर्च किए जाएंगे।
सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल के लिए 178 करोड़
मेडिको सिटी में सुपर स्पेशिलिटी हॉस्पिटल और अन्य सुविधाओं के लिए 178 करोड़ का बजट है। यहां 30 प्रतिशत बेड वैसे मरीजों के लिए आरक्षित होंगे, जिनका नि:शुल्क इलाज किया जाना है।
आयुर्वेद सेंटर में क्या होगी व्यवस्था
मेडिको सिटी में 50 करोड़ रुपए की लागत से आयुर्वेदा सेंटर विकसित किया जाएगा। यहां भी 15 प्रतिशत सीटें वैसे विद्यार्थियों के लिए आरक्षित होंगी, जिनका चयन राज्य सरकार द्वारा किया गया हो। यहां इलाज के लिए 30 प्रतिशत बेड राज्य कोटा के लिए आरक्षित होगी। इस मौके पर मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव नीतिन मदन कुलकर्णी उपस्थित थे।