
- स्थानीय खेल प्रतियोगिताओं की पहचान कर उसे बढ़ावा दिया जाए
रांची । झारखंड में पर्यटन के क्षेत्र में काफी संभावनाएं हैं। यहां ऐसे कई पर्यटक स्थल हैं, जिनकी ख्याति देश-दुनिया में है। हालांकि ऐसे भी कई पर्यटक स्थल हैं, जिनकी पहचान नहीं हो सकी है। इन पर्यटक स्थलों की पहचान करने के लिए स्थानीय लोगों से जानकारी लेने की दिशा में कदम उठाया जाए। इन्हें विकसित कर पर्यटन के मानचित्र पर स्थापित किया जाए। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पर्यटन, कला, संस्कृति, खेलकूद और युवा कार्य विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान यह बातें गुरुवार को कही। इस मौके पर विभाग की ओर से चलाए जा रहे कार्यक्रमों और गतिविधियों से मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया।
सैलानियों का डिटेल्स लेने की व्यवस्था हो
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड के पर्यटक स्थलों को देखने के लिए जो सैलानी आते हैं, उनकी डिटेल्स जानकारी रखने के लिए मैकेनिज्म बनाया जाए। ताकि उन्हें यहां अगर किसी तरह की परेशानी होती है, तो उसका त्वरित समाधान निकाला जा सके।
पर्यटक स्थलों का डॉक्यूमेंटेशन किया जाए
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड के जो पर्यटक स्थल हैं, उनका डॉक्यूमेंटेशन कराने की व्यवस्था विभाग करे। इसके बाद विभिन्न माध्यमों से इसका प्रचार-प्रसार सुनिश्चित किया जाए, ताकि सैलानियों तक इसकी जानकारी पहुंच सके। वे इसे देखने के लिए आकर्षित हों। उन्होंने यह भी कहा कि एक पर्यटक स्थल पर राज्य के दूसरे पर्यटक स्थलों की भी विस्तृत जानकारी देने की व्यवस्था हो। इसके लिए साइनेजेज का व्यापक स्तर पर इस्तेमाल किया जाए, ताकि पर्यटक उस पर्यटन स्थल को देखने के लिए जाएं।
विभाग की ओर से जानकारी दी गई
मुख्यमंत्री को विभाग की प्रधान सचिव ने चलाए जा रहे कार्यक्रम, गतिविधि और योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 39.13 करोड़ रुपये की लागत से बाबा वैद्यनाथ धाम, देवघर को प्रसाद स्कीम के तहत विकसित किया जा रहा है। स्वदेश दर्शन स्कीम के तहत दलमा-चांडिल-गेतलसूद-बेतला-मिरचैया-नेतरहाट के लिए 52.72 करोड़ रुपये का बजट है। रजरप्पा पर्यटक स्थल के लिए 20.91 करोड़ रुपये, लुगुबुरु (बोकारो) के लिए 11.99 करोड़, चांडिल पर्यटक स्थल के लिए 8.92 करोड़ रामगढ़-रांची एनएच-33 पर चुटूपालू में विजिटर्स गैलरी बनाया जाएगा। इसके अलावा दुमका में म्यूजियम और ओपेन एयर थिएटर का निर्माण 33.75 करोड़, देवघर में फूड एंड क्राफ्ट इंस्टीट्यूट और पतरातू में टूरिस्ट गेस्ट हाउस बनाया जा रहा है।
पर्यटन की ये योजनाएं हैं प्रस्तावित
रांची के धुर्वा में ट्राइबल थीम पार्क, साहेबगंज, सरायकेला-खरसांवा और दुमका में हैंडीक्राफ्ट टूरिज्म सेंटर, राजमहल-साहेबगंज-पुनई चौक गंगा फेरी सर्किट, दुमका और रांची में रूरल टूरिज्म सेंटर, बासुकीनाथ, दुमका में वेसाइड एमिनिटीज, नेतरहाट के मैग्नोलिया सनसेट प्वाइंट में वैली ऑफ फ्लावर, मसानजोर में एडिशनल टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स और शिवगादी, साहेबगंज, मसानजोर और दुमका में एडवेंचर टूरिज्म को बढ़ावा देने की योजना बनाई गई है।
एक साल पूरे होने पर ये योजनाएं होगी लांच
हेमंत सरकार के कार्यकाल का एक साल 29 दिसंबर को पूरा हो रहा है। इस मौके पर विभाग की ओर रांची स्थित होटल अशोका का पर्यटन विभाग द्वारा अधिग्रहण और इको सर्किट प्रोजेक्ट को लांच किया जाएगा। विभाग की ओर से बताया गया कि इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए नेतरहाट समेत चुनिंदा पर्यटक स्थथों पर इको टूरिज्म फेस्टिवल्स का आयोजन होगा। इसके तहत फरवरी माह में एक सप्ताह का इको रिट्रीट हब आयोजित करने का प्रस्ताव तैयार किया गया है।
खेल और खिलाड़ियों को बढ़ावा देने की योजना तैयार
राज्य में खेल और खिलाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए भी ठोस योजना तैयार की गई है। इसके तहत खेल नीति-2020 बनाया गया है। खेल को आकर्षक और व्यवहार्य कैरियर विकल्प बनाने की भी योजना तैयार की गई है। खिलाड़ियों का डेटाबेस तैयार कर अंतराष्ट्रीय क्षमता मानक के साथ सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। इसके अलावा देशज और पारंपरिक खेलों को प्रोत्साहन देने के साथ स्पोर्ट्स टूरिज्म को बढ़ावा दिया जाएगा।
खेल योजनाओं की अपडेट स्थिति
राज्य के 260 खिलाड़ियों को नकद पुरस्कार राशि दी गई है। 256 खिलाड़ियों को खेल छात्रवृति दी गई।
राज्य में 25 आवासीय क्रीड़ा प्रशिक्षण केंद्र और 89 डे बोर्डिंग क्रीड़ा प्रशिश्रण केंद्र चल रहे हैं।
राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के तहत फिट इंडिया फ्रीडम रन, राष्ट्रीय युवा दिवस पर आयोजित कार्यक्रम और खेल संघों को अनुदान देन की प्रक्रिया चल रही है।
अंडर-17 महिला फुटबॉल विश्वकप के लिए नेशनल कैंप का आयोजन झारखंड में किया गया।
इन योजनाओं की तैयारी अंतिम चरण में
झारखंड में फुटबॉल को बढ़ावा देने के लिए फुटबॉल फेडरेशन के साथ खेल विभाग एमओयू करेगी। फुटबॉल फेडरेशन को टेक्निकल पार्टनर बनाया जाएगा।
खिलाड़ियों की सीधी नियुक्ति की प्रक्रिया चल रही है। अभी तक 33 खिलाड़ियों का चयन इसके लिए हो चुका है।
खेलो इंडिया स्टेट सेंटर ऑफ एक्सेलेंस के तहत कुमारदुधानी में एकलव्य तीरंदाजी केंद्र, दुमका को खेलो इंडिया स्टेट सेंटर ऑफ एक्सेलेंस और विभिन्न स्तर पर एक्सेलेंस सेंटर बनाने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा गया है।
राज्य के हर जिले में दो खेल केंद्रों को खेलो इंडिया स्टेट लेवल सेंटर के रुप में संचालित किया जाएगा।
अगले साल फरवरी में राज्यस्तरीय अंतर विद्यालय प्रतियोगिता आयोजित किए जाने का प्रस्ताव है।
इन योजनाओं का 29 दिसंबर को होगा शुभारंभ
राज्य में फुटब़ॉल के विकास के लिए आल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन और खेल विभाग के बीच एमओयू होगा
नई खेल नीति-2020 को लांच किया जाएगा
सीधी नियुक्ति के लिए चयनित खिलाड़ियों को मिलेगा नियुक्ति पत्र
खिलाड़ियों और शोधकर्ताओं के लिए खेल पुस्तकालय का शुभारंभ होगा
राज्यभर में चयनित 15 स्कूलों में नए हॉकी एस्ट्रो टर्फ निर्माण का शिलान्यास होगा
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थानीय खेल प्रतियोगिताओं की पहचान कर उसे बढ़ावा देने की दिशा में कार्रवाई हो। इसके लिए उनके द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले खेल मैदानों को और भी बेहतर बनाया जाए। खिलाड़ियों की पहचान कर उनकी प्रतिभा को निखारने की कवायद विभाग करे। इस मौके पर मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, पर्यटन, कला संस्कृति, खेलकूद और युवा कार्य विभाग की प्रधान सचिव श्रीमती पूजा सिंघल, खेल निदेशक जीशान कमर, पर्यटन निदेशक ए डोड्डे प्रमुख रूप से उपस्थित थे।