मानव अधिकारों के साथ कर्तव्यों का संतुलन होना जरूरी : जस्टि‍स विक्रमादित्य

झारखंड
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रांची । अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के अवसर पर रांची विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के तत्वावधान में मोरहाबादी स्थित केंद्रीय पुस्तकालय सभागार में 10 दिसंबर को गोष्ठी हुई। मानव अधिकारों की संकल्पना एवं इसकी चुनौतियां विषयक संगोष्ठी की अध्यक्षता रांची विश्वविद्यालय की प्रतिकुलपति प्रोफेसर कामिनी कुमार ने की।

संगोष्ठी के मुख्य अतिथि झारखंड उच्च न्यायालय के अवकाश प्राप्त न्यायाधीश विक्रमादित्य प्रसाद ने कहा कि मानव अधिकार एवं कर्तव्यों का संतुलन जरूरी है। हम अपने अधिकारों के प्रति सजग रहते हैं, लेकिन कर्तव्यों को नजरअंदाज करते हैं। यह हमारे समाज के लिए उचित नहीं है। उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय का हवाला देते हुए कहा कि आज पुलिस थानों में सीसीटीवी लगाने के लिए आदेश दिया है, क्योंकि वहां मानव अधिकार का हनन खुलेआम हो रहें हैं। एनएसएस के स्वयंसेवकों से कहा कि जहां समाज में मानवाधिकारों का हनन हो, इसके विरुद्ध सकारात्मक कदम उठाएं।

प्रतिकुलपति ने कहा कि प्रोफेसर हेनरी किन्स को मानवाधिकार का पिता कहा जाता है। संयुक्त राष्ट्र द्वारा आज ही विश्व शांति पुरस्कार प्रत्येक वर्ष दिया जाता है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार हमलोग मानव अधिकार दिवस मनाते हैं, उसी प्रकार मानव कर्तव्य दिवस भी स्वतंत्र रूप से मनाये, ताकि अधिकार एवं कर्तव्य में सामंजस्य स्थापित हो सके। उन्होंने उपस्थित स्वयंसेवकों से कर्तव्यों के पालन के लिए संकल्प दिलाया।

विशिष्ट अतिथि रांची विश्वविद्यालय के डीएसडब्ल्यू डॉपी के वर्मा ने कहा कि आज मानव के समक्ष चुनौतियां अनेक हैं। आज के दिवस पर चिंतन करने से काम नहीं चलेगा, बल्कि इनके विरुद्ध लागातार प्रयास करना होगा। सम्मानित अतिथि रांची विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान के प्राध्यापक डॉ धीरेंद्र त्रिपाठी ने कहा कि मनुष्य सर्वोपरी है। भूमंडलीकरण के इस युग में पूंजी हावी है। ऐसी परिस्थिति में मानव को संतुलन बनाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

संगोष्ठी का शुभारंभ एनएसएस के लक्ष्य गीत ‘उठे समाज के लिए उठे, जगे स्वराष्ट्र के लिए जगे’ एवं दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। स्वागत एवं विषय प्रवेश एनएसएस के रांची विश्वविद्यालय के कार्यक्रम समन्वयक डॉ ब्रजेश कुमार ने किया। कार्यक्रम का संचालन संत ज़ेवियर कॉलेज के हिंदी विभाग के अध्यक्ष डॉ कमल बोस ने किया और धन्यवाद मारवाड़ी महाविद्यालय के कार्यक्रम पदाधिकारी अनुभव चक्रवर्ती ने किया।

संगोष्ठी में विश्वविद्यालय के गणित, अर्थशास्त्र, वनस्पति शास्त्र, भौतिकी, वाणिज्य, इतिहास विभाग सहित रांची महिला महाविद्यालय, मारवाड़ी महाविद्यालय, निर्मला कॉलेज, डोरंडा महाविद्यालय, संत जेवियर कॉलेज, शहीद शेख भिखारी बीएड कॉलेज, आरटीसी बी एड कॉलेज, उदय मेमोरियल कॉलेज आदि के एनएसएस के स्वयंसेवकों ने भाग लिया।

कार्यक्रम को सफल बनाने में एनएसएस के टीम लीडर्स सुमित तिवारी, राहुल साहू, दीपा कुमारी, शुभम गुप्ता, अन्नू कुमारी, अंजली कुजूर, फलक फातिमा, सुषमा कच्छप, सुरेश भगत, सूरज उपाध्याय, दिव्यांशु, प्रकाश, नेहा, रागिनी, जमील, अवधेश ठाकुर आदि का योगदान रहा।