मारपीट की घटना में पुलिस का पक्षपातपूर्ण चेहरा उजागर

झारखंड
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आनंद कुमार सोनी

लोहरदगा। आपसी विवाद को लेकर भाईयों में हुई मारपीट की घटना के बाद पुलिस का पक्षपात पूर्ण चेहरा सामने उजागर हुआ है। घटना में पिटाने वाले शख्‍स को ही पुलिस थाने ले आई। जबरन सुलह कराई। अब इस मामले की जांच के आदेश दिये गये हैं।

मामला लोहरदगा सदर थाना कोर्ट रोड संजयगांधी पथ के बीच मुहल्ले का है। यहां बुजुर्ग पिता जीतवाहन राम के ईलाज और खर्च को लेकर तीन भाई विजय राम, नंदलाल राम, पंचम राम, संगीता देवी में तनाव चल रहा है। पीड़ित और पीड़िता आशा देवी ने बताया कि घर में बेटी की शादी के छेका की रस्‍म में सभी जुटे थे। 15 दिसंबर को पिता को देखने और मिलने के लिए उसके घर के सामने पहुंचे थे। अचानक बड़े भाई, भौजाई, भतीजा एवं उसके ससुराल से आये रिश्तेदारों ने मिलकर पिटाई करनी शुरू कर दी। इससे नंदलाल राम की सिर में गंभीर एवं अंदरूनी चोट लगी। वह गंभीर रूप से घायल हो गये। गंभीर अवस्था में उसे हॉस्पिटल पहुंचाया गया। इलाज के बाद उसे अस्‍पताल से छुट्टी दे दी गई।

पीड़िता ने बताया कि वह गरीब और लाचार है। अपने पति का इलाज कराने में सक्षम नहीं है। गंभीर चोट के कारण उसे उल्टी के साथ चक्कर आ रहा है। बार-बार बेहोश हो जा रहा है। पीड़ि‍ता ने मामले की जानकारी सदर पुलिस को दी गई। पुलिस पहुंचकर जांच पड़ताल की। पीड़िता ने बताया कि कार्रवाई के नाम पर पीटने वाले को कुछ भी नहीं किया गया। उल्टा छोटे भाई को थाने में रखा गया। गंभीर अवस्था में पीड़ित को थाना बुलाया गया है।

पड़ोस की महिलाओं ने बताया कि संगीता देवी पुलिसकर्मी के यहां दाई का काम करती है। वह महिला पुलिस उसकी मदद कर रही है। दबाव बनाकर थाने में सुलहनामा करा दी है।

महिला पुलिस क‍िरण टोप्‍पो ने बताया कि मारपीट की घटना की जानकारी मिलने पर 16 दिसंबर को वह घटना स्थल पर पहुंची। जांच पड़ताल करते हुए पूछताछ के लिए छोटे भाई पंचम को थाना लाई। नंदलाल राम को पहले इलाज कराने के लिए घर पर ही छोड़ा गया था। फिर दोनों परिवार थाना में पहुंचे। दोनों के बीच सुलहनामा हुआ।

सुलहनामा के बाद पीड़ित-पीड़िता और पड़ोस की महिला अपने घर भी नहीं पहुंचे थे कि‍ देखा कि बड़े भाई विजय राम की रसोई से धुंआ उठ रहा है। घर में लगी आग को बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड को बुलाया गया, लेकिन संकीर्ण गली होने के कारण फायर ब्रिगेड की गाड़ी वहां तक नहीं पहुंच सकी। आसपास के लोगों द्वारा आग पर काबू पाया गया। पूरे मामले की जांच के लिए सहायक आरक्षी निरीक्षक शोभाकांत हरिजन को जिम्मेवारी सौंपी गयी है।