रांची। किसान संगठनों के आह्वान पर उनके आंदोलन के समर्थन मे ट्रेड यूनियन, छात्र-युवा और महिला संगठनों ने भी 23 दिसंबर को दोपहर का भोजन नहीं किया। उपवास रखकर अन्नदाताओं के आंदोलन के साथ एकजुटता व्यक्त की।
रांची शहर में इस आह्वान पर सीटू से जुड़े यूनियन सदस्यों के परिवारों के लोगों ने भी स्वेच्छा से अपनी रसोई को बंद रखकर अन्नदाताओं के आंदोलन के साथ एकजुटता व्यक्त की।
कार्यक्रम के अगले चरण में 27 दिसंबर को पूर्वाह्न 11 बजे जब प्रधानमंत्री मन की बात करेंगे, तब गांव, बस्ती, मजदूरों की कालोनी और घरों में टीन, कनस्तर और थाली बजा कर उनकी बात अनसुनी किए जाने का अभियान चलाया जायेगा।
इसके अलावा एक लिखित पत्र भाजपा के सहयोगी दलों विशेष कर आजसू के पदधारियों/मंत्री/विधानसभा सदस्य को दिया जायेगा। इसमें तीनों किसान कानून रद्द करने, बिजली (संशोधन) बिल वापस लेने और 4 श्रम कोड (संहिता) को खत्म किए जाने की मांग शामिल रहेगी।
आज के कार्यक्रम मे प्रकाश विप्लव, प्रफुल्ल लिंडा, विरेन्द्र कुमार, अनिर्वान बोस, एमएल सिंह, कनक चौधरी, वीणा लिंडा, विजय वर्मा, सुमंत कुमार साहू और शंकर उरांव समेत दर्ज़नों लोगों ने भागीदारी की।