किसानों के समर्थन और कृषि बिल के खिलाफ 8 दिसंबर को भारत बंद को सफल बनाने का निर्णय

झारखंड
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लातेहार। किसान आंदोलन के समर्थन में और कृषि बिल के खिलाफ धर्मनिरपेक्ष और वामदलों ने प्रखंड कार्यालय पर प्रदर्शन किया। सभा की। 8 दिसंबर को भारत बंद सफल करने का आह्वान किया। शिष्टमंडल ने बीडीओ से मिलकर ज्ञापन सौंपा।

वाम पार्टियों, सामाजिक व जनसंगठनों के राज्यव्‍यापी अह्वान पर कांग्रेस, माकपा, झारखंड आंदोलनकारी मोर्चा, भीम आर्मी ने किसान विरोधी कृषि बिल के खिलाफ संयुक्त रूप से पेंशनर समाज भवन से रैली निकाली। यह मुख्य पथ चेकनाका चौक का भ्रमण करते हुए प्रखंड कार्यालय पहुंचा। यहां सदस्‍यों ने प्रर्दशन किया। इसमें शामिल आंदोलनकारी भाजपा नेतृत्व वाली मोदी सरकार शर्म करो, किसानों पर जुल्म करना बंद करो, किसान विरोधी कृषि बिल रद्द करो, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरकार मुर्दाबाद, गृहमंत्री अमित शाह मुर्दाबाद के नारे लगा रहे थे।

सभा की अध्यक्षता झारखंड आंदोलनकारी मोर्चा सचिव जितेन्द्र सिंह ने की। कांग्रेस पार्टी के प्रखंड अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद प्रतिनिधि असगर खान, जिला उपाध्यक्ष रामयश पाठक, कांग्रेस सेवा दल जिला अध्यक्ष बाबर खान ने कहा कि इस कोरोना महामारी के समय जब देश की जनता गंभीर स्वास्थ्य संकट से गुजर रही है थी, उस समय किसान संगठनों और राज्य सरकारों से बिना विचार विमर्श किए और संसद में बिना समुचित चर्चा कराए जबरन कृषि विधेयकों को पारित करा लिया गया।

माकपा के पूर्व जिला सचिव अयुब खान, भारत एकता मिशन (भीम आर्मी) के जिला अध्यक्ष बिरेंद्र कुमार ने कहा कि केंद्र सरकार ने जिस अलोकतांत्रिक तरीके से कृषि कानून लाया है। इससे हमारे देश के संघीय ढांचे कमजोर हुआ है, क्योंकि भारत के संविधान मे कृषि राज्य का विषय है। बिना राज्य सरकारों से सलाह मशविरा किए इससे संबंधित कानून बनाना देश के संविधान के नियम कायदों की अवहेलना है।

इस अवसर पर सामाजिक कार्यकर्ता सुरेश कुमार उरांव, श्रीराम शर्मा, अरूण भारती, साजीद खान, संदीप टोप्पो, सरवर अंसारी, हातिम मियां, ललन राम, मो रसीद, छठन राम, रविशंकर जाटव, नौशाद खान, दामोदर उपाध्याय, विक्की खान, सदाम खान, बालेश्वर उरांव, मनीष भारती, सागर प्रजापति, रिझरूस पाल एक्का सहित कई लोग शामिल थे।