योगेश कुमार पांडेय
गिरिडीह । जमुआ एमओ शिवकुमार राम की कार्यशैली को लेकर लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। वे वर्तमान में प्रभारी प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी के साथ-साथ जमुआ बीसीओ के भी पद पर भी कार्यरत हैं। उनके कार्यकाल में जमुआ में जनवितरण के अनाज और केरोसीन की कालाबाजारी चरम पर है। उपायुक्त उन्हें बर्खास्त करें। उक्त बातें जमुआ की पूर्व प्रमुख और झामुमो नेत्री सोनी चौरसिया ने कही।
सोनी ने कहा कि वर्तमान में जमुआ प्रखंड में खुलेआम जनवितरण के अनाजों की कालाबाजारी हो रही है। बिचौलियों और पदाधिकारी की सांठगांठ से यह सब खुलेआम हो रहा है। यही कारण है कि प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी कोई कार्रवाई नहीं करते हैं। हद पार करने पर जमुआ के ग्रामीणों द्वारा खुद कालाबाजारी का अनाज पकड़ कर इन्हें सूचना दी जाती है, तब भी बिचौलिया और डीलर से मिलकर मामले को रफादफा करने में अपनी भूमिका निभाते हैं।
सोनी ने कहा कि कहा ऐसे भ्रष्ट पदाधिकारी को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि बीते सोमवार को प्रखंड के पोबी के ग्रामीणों ने एक डीलर के यहां से एक पिकअप वाहन (जेएच12 ई 7248) से कालाबाजारी के लिए ले जाये जा रहे जनवितरण अनाज की 52 बोरियों को रंगे हाथों पकड़ा। पकड़ने के बाद ग्रामीणों ने इसकी सूचना प्रखंड से लेकर जिला के वरीय पदाधिकारियों को दी। मौके पर जमुआ एफसीआई गोदाम प्रबंधक रजनीश कुमार और जमुआ एसआई बीरबल सिंह एवं संजय कुमार पहुंचे।
इन पदाधिकारियों की उपस्थिति में पिकअप चालक छोटू साव ने यह स्वीकारा कि चावल की यह बोरियां पोबी के डीलर अनिल सिन्हा के यहां से लोड हुई है। पदाधिकारियों ने कहा कि इसपर अग्रेतर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। जनवितरण अनाज की बोरियों से लदे पिकअप वाहन को पदाधिकारी जमुआ थाना ले भी गए। हालांकि एमओ शिवकुमार राम के आने के बाद खेल की शुरुआत हो गई। आधी रात को बगैर कोई प्राथमिकी दर्ज किये चावल की बोरियों सहित पिकअप वाहन को और उसके चालक को छोड़ दिया गया। सोनी ने कहा कि यदि उपायुक्त इस पर शीघ्र कोई कार्रवाई नहीं करते तो आगे की लड़ाई की रणनीति तैयार की जाएगी।