पटना । बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कुर्सी मोह में भाजपा के हाथ की कठपुतली बनें हुए हैं। ऐसा पहली बार हुआ है कि नीतीश कुमार ने अपने कैबिनेट में एक भी अल्पसंख्यक को जगह नहीं दिया है। भाजपा और आरएसएस के हाथों उन्होंने अपना आत्मसम्मान गिरवी रख दिया है। उक्त बातें कांग्रेस के प्रदेश प्रवकता राजेश राठौड़ ने की।
श्री राठौड़ ने कहा कि नीतीश कुमार खुद अल्पसंख्यकों के सबसे बड़े हितैषी बनते हैं। आखिर किससे डरकर अल्पसंख्यकों को अपने मंत्रिमंडल में जगह नहीं दे पाये या फिर आरएसएस एवं भाजपा के एजेंडे को स्वीकार कर लिये। पिछले कार्यकाल में आधे घंटे में मंत्रियों के विभागों के बंटवारा कर देने वाले नीतीश कुमार को इस बार मंत्रियों के विभागों के निर्धारण में 24 घंटे लग गये।
श्री राठौड़ ने कहा कि नीतीश कुमार ने सत्ता मोह में भाजपा के सामने सरेंडर कर दिया है। नीतीश कुमार को कमजोर और बेबस मुख्यमंत्री बताते हुए कहा कि वह ऐसे सरकार के मुखिया बन बैठे हैं, जो भाजपा-आरएसएस के इशारे पर चलेगी।