नई दिल्ली। कोरोना वैक्सीन आने के बाद भी लंबे समय तक लोगों को मास्क से निजात नहीं मिलेगी। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने इस बारे में स्थिति स्पष्ट की है। आईसीएमआर का कहना है कि वैक्सीन आने के बाद भी काफी लंबे समय तक स्वास्थ्य संबंधी सावधानियां बनाए रखने की जरूरत होगी। टीका उपलब्ध होने के बाद भी कोरोना के दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा। इसमें क्रम में मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना अनिवार्य होगा।
आईसीएमआर ने बताया कि भारत केवल अपने लिए ही नहीं बल्कि विकासशील देशों के 60% लोगों के लिए भी वैक्सीन तैयार कर रहा है। संस्था के महानिदेशक डॉ बलराम भार्गव ने कहा कि देश की 24 कंपनियां और 19 फर्में कोरोना वैक्सीन विकसित करने में लगी हुई हैं। मास्क एक वैक्सीन की तरह ही काम करता है, इसीलिए वैक्सीन विकसित होने के बाद भी मास्क की जरूरत बनी रहेगी। उन्होंने कहा कि मास्क उन लोगों को भी सुरक्षित रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जो कोरोना से उबर चुके हैं।