- कोल इंडिया की कंपनी सीसीएल में थे निदेशक कार्मिक
- रांची में क्रिकेट को लोकप्रिय बनाने के लिए याद किये जाएंगे
रांची । रांची क्रिकेट के भीष्मपितामह, जेएससीए के पूर्व उपाध्यक्ष और सीसीएल के पूर्व निदेशक कार्मिक डी सहाय (देवल सहाय) का निधन हो गया। उन्हें क्रिकेट आइकन एमएस धोनी का मेंटर माना जाता था। उन्होंने 73 साल की उम्र में 24 नवंबर की सुबह 3 बजे अंतिम सांस ली। श्री सहाय बहुत दिनों से बीमार थे। आज दोपहर उनका अंतिम संस्कार होगा।
रांची में खेल और सामाजिक गतिविधियों को लोकप्रिय बनाने में उनका बहुत बड़ा योगदान है। उन्हें क्रिकेट आइकन एमएस धोनी का मेंटर माना जाता था रांची में टर्फ पिच देकर महेंद्र सिंह धोनी के शुरुआती करियर में श्री सहाय ने मदद की थी। वर्ष 1997-98 में कोल इंडिया की कंपनी सेंट्रल कोलफील्डस लिमिटेड (सीसीएल) के निदेशक कार्मिक के तौर पर युवा धोनी को स्टाइपेंड पर रखने वाले श्री सहाय रांची के जगन्नाथ अस्पताल में इलाजरत थे।
श्री सहाय ने जब धोनी को 1990 में सेल से अपनी कंपनी में लिया था, तब सिर्फ मेकन में टर्फ पिचें थी। श्री सहाय ने खुद अपने मार्गदर्शन में इसे बनाई थीं। इसके बाद जब वे सीसीएल चले गए, तब वहां उन्होंने टर्फ पिचें बनावाईं। जब धोनी सेल के लिए खेलने वाले थे, तब वह उन्हें सीसीएल में ले आए जहां उनके खेल में निखार आया। श्री सहाय के बारे में धोनी के जीवन पर बनी फिल्म ‘एमएस धोनी द अनटोल्ड स्टोरी’ में भी बताया गया है।
रांची और झारखंड के लिए देवल सहाय का नाम नया नहीं है। अपने चिरपरिचित मुस्कराहट से वे सबको अपना बना लेते थे। खिलाड़ियों को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए पहली बार उन्होंने सीसीएल और सीएमपीडीआई में खेल कोटे से बहाली शुरू कराई थी। यह आगे चल कर मिल का पत्थर साबित हुआ। इसके कारण कई क्रिकेट खिलाड़ी उभरकर सामने आये।