गतिशीलता की शक्ति, जीवन में खुशहाली

डॉ. विजय कुमार श्रीनिवासन आज हम उन फिज़ियोथेरेपिस्ट्स की अहम भूमिका का सम्मान करते हैं, जो स्वास्थ्य को सुरक्षित रखते हुए बीमारियों से बचाव और जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बनाने में अहम योगदान देते हैं। गतिशीलता विज्ञान के विशेषज्ञ होने के नाते, फिज़ियोथेरेपिस्ट न केवल हर उम्र और क्षमता के लोगों को सहज और […]

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आपसी जुड़ाव और रिश्तों को मजबूत करने का सबसे प्रभावी साधन है भोजन

पुष्पम्मा मैथ्यू हर वर्ष राष्ट्रीय पोषण सप्ताह हमें स्वस्थ खानपान के महत्व और अपनी भोजन संबंधी पसंद पर विचार करने का अवसर देता है। “भोजन हमें जोड़ता है” एक सशक्त संदेश है, जो याद दिलाता है कि भोजन केवल शरीर को ऊर्जा देने वाला माध्यम ही नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा साझा सूत्र है […]

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पोषण भी पढ़ाई भी : भारत के भविष्य के लिए खेल-आधारित शिक्षा

श्रीमती अन्नपूर्णा देवी यदि हमें विकसित भारत का निर्माण करना है, तो शुरुआत अपने सबसे छोटे नागरिकों की क्षमता के विकास से करनी होगी, जहां से जीवन का आगाज़ होता है। आंगनवाड़ी केंद्र में बच्चों की खिलखिलाती हंसी में, उनके द्वारा गायी जाने वाली कविताओं में और उनके द्वारा बनाए जाने वाले ब्लॉक में हमारे […]

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टाटा स्टील की खेल विरासत : खेलों के माध्यम से स्वास्थ्य और उत्कृष्टता की ओर अग्रसर

मुकुल विनायक चौधरी टाटा स्टील हमेशा से खेलों के विकास और प्रोत्साहन देने के लिए प्रतिबद्ध रही है-चाहे वह सामुदायिक स्तर पर भागीदारी हो या राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्टता प्राप्त करने का प्रयास हो। एक कॉर्पोरेट संस्था के रूप में, हमने खेलों को अपने कर्मचारियों और व्यापक समुदाय के स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से […]

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कभी भी केवल बोर्डरूम तक सीमित नहीं रहा जेआरडी टाटा का नेतृत्व

जहांगीर रतनजी दादाभॉय टाटा को स्नेहपूर्वक जे.आर.डी. कहा जाता है। वे केवल एक महान उद्योगपति नहीं थे, बल्कि ऐसे दूरदर्शी व्यक्तित्व थे। उन्होंने एक ऐसे भविष्य की परिकल्पना की, जहां प्रगति, लोग और प्रकृति सामंजस्य के साथ आगे बढ़ें। टाटा समूह की प्रेरक शक्ति के रूप में उन्होंने पारंपरिक व्यावसायिक नेतृत्व से आगे बढ़कर एक […]

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हूल क्रांति : जब जंगलों से गूंजा स्वतंत्रता का पहला बिगुल

अशोक बड़ाईक भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में कई आंदोलन, कई बलिदान और कई वीर गाथाएँ दर्ज हैं। हालांकि उनमें से एक ऐतिहासिक क्रांति है, जिसे ‘हूल क्रांति’ कहा जाता है। यह भारत की आज़ादी की पहली संगठित लड़ाई थी, जो 30 जून, 1855 को झारखंड के साहि‍बगंज ज़िले के भोगनाडीह गांव से शुरू हुई। […]

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ईवी के लिए आवश्यक मोटर इंश्योरेंस ऐड-ऑन कवर्स

सुभाशीष मजुमदार टेक्नोलॉजी में विकास के साथ, इलेक्ट्रिक वाहन या ईवी बहुत लोकप्रिय हो गए हैं। इंडिया ब्रांड इक्विटी फाउंडेशन (आईबीईएफ) के आंकड़ों के अनुसार, जो भारतीय ईवी मार्केट, 2022 में 3.21 बिलियन डॉलर था, उसके 2029 तक बढ़कर 113.99 बिलियन डॉलर हो जाने का अनुमान है, यानी 66.52% की कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट (सीएजीआर)। […]

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परिवर्तन की लौ : सामूहिक जागरुकता से सुरक्षा और तैयारी की ओर

अरविंद कुमार सिन्हा 14 अप्रैल 1944 को मुंबई के विक्टोरिया डॉक पर एक भयावह त्रासदी हुई, जब एसएस फोर्ट स्टिकीन के कार्गो होल्ड में अचानक आग भड़क उठी। इसने ऐसे विनाशकारी विस्फोटों को जन्म दिया, जिन्होंने न सिर्फ शहर का भौगोलिक नक्शा बदल दिया, बल्कि सुरक्षा और आपदा प्रबंधन को लेकर सोच की दिशा भी […]

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स्वस्थ शुरुआत और आशाजनक भविष्य के लिए मातृ स्वास्थ्य

डॉ. अलोकानंदा रे इस वर्ष का विश्व स्वास्थ्य दिवस का विषय – स्वस्थ शुरुआत, आशाजनक भविष्य- एक मजबूत संकल्प के साथ सामने आया है: मातृ और नवजात स्वास्थ्य को इस स्तर तक पहुंचाना जहां कोई भी बीमारी या मृत्यु, जिसे रोका जा सकता है, वह न हो। यह न सिर्फ एक संदेश है, बल्कि एक […]

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समाज की रीढ़ सशक्त महिलाएं

श्री श्री रवि शंकर भारतीय संस्कृति में महिलाओं के सशक्तिकरण के सिद्धांत को लाखों वर्षों से अपनाया गया है। हमारी पौराणिक कथाओं को देखें, तो सभी महत्त्वपूर्ण ज़िम्मेदारियाँ महिलाओं को दी गई हैं। देवी पुराण और देवी भागवतम में कई निदर्शन मिलते हैं- रक्षा मंत्रालय दुर्गा, वित्त मंत्रालय लक्ष्मी और शिक्षा मंत्रालय सरस्वती को सौंपा […]

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