
Coal India : कोलकाता। इंडियन नेशनल माइन वर्कर्स फेडरेशन (इंटक) की JBCCI XI में इंट्री हो गई है। इसके साथ ही एक सवाल कोयला कामगारों के बीच तेजी से चर्चा का विषय बना हुआ है कि क्या फिर से उनके वेतन समझौते की की प्रक्रिया शुरू होगी। इंटक की जेबीसीसीआई में इंट्री के बाद फेडरेशन के महामंत्री एसक्यू जमा के जारी बयान से भी इस चर्चा आम हो गई है।
जमा ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में लिखा है कि 30 मार्च, 2023 को इंडियन नेशनल माइन वर्कर्स फेडरेशन (इंटक) को JBCCI XI में सम्मिलित कर लिया गया है। इस आशय का आदेश कोल इंडिया के निदेशक (P&IR) और JBCCI XI के Member Secretary द्वारा पारित कर दिया गया है
जमा ने लिखा है कि JBCCI XI के सदस्य/वैकल्पिक सदस्यों की ओर से हम कोयला मजदूरों को विश्वास दिलाते है कि अन्य चारों संघटनों के साथ समन्वय स्थापित कर पूरी ईमानदारी एवं निष्ठा से अपनी जवाबदारी का निर्वाहन करेंगे।
आगे उन्होंने लिखा है कि 10वें वेतन समझौता के अनसुलझे मुद्दों के पूर्ण अमलीकरण और कोयला मजदूरों की क्षमता एवं तपस्या के अनुरूप अच्छा से अच्छा 11वां वेतन समझौता (NCWA-XI) कराने का प्रयास करेंगे।
जमा ने कहा है कि कोयला उद्योग में हजारों कार्यरत आउटसोर्स, कांट्रेक्ट, एजेंसी वर्कर्स को भी उचित वेतन, सामाजिक सुरक्षा एवं नौकरी की सुरक्षा दिलाने का प्रयास किया जायगा। मौसम विज्ञान के 2015 में विश्वस्तरीय समझौते से उत्पन्न होने वाली परिस्थितियों से कोयला मजदूरों एवं खदान समुदाय पर होने वाले प्रतिकूल प्रभाव पर भी समाधानकारक चर्चा की जायगी।
जानकारी हो कि कोयला कामगारों का 11वां वेतन समझौता 3 जनवरी को कोलकाता में हुई जेबीसीसीआई की बैठक में हो चुका है। इसमें कामगारों को 19 फीसदी एमजीबी देने पर यूनियन और प्रबंधन के बीच सहमति बनी है। इसे मंजूरी के लिए कोयला मंत्रालय को अनुशंसा भेजी गई है।
करीब दो माह बीत जाने के बाद भी वेतन समझौते को अब तक लागू नहीं किया गया है। इस मामले में डीपीई की अनुमति की प्रतीक्षा की जा रही है। यूनियन और प्रबंधन के बीच वेतन को लेकर बनी सहमति से कामगार पहले की खुश नहीं हैं। समय बीतने के साथ ही कामगारों का आक्रोश दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है। वेतन समझौता लागू करने को लेकर धरना-प्रदर्शन भी शुरू हो गया है।
इंटक की इंट्री के बाद एसक्यू जमा ने कहा कि संगठन अच्छा से अच्छा 11वां वेतन समझौता कराने का प्रयास होगा। ऐसी स्थिति में नए सिरे से वेतन समझौते की प्रक्रिया शुरू होने के बाद ही एमजीबी में 19 फीसदी से बढ़ोतरी संभव है। हालांकि जानकारों का कहना है कि नए सिरे से वेतन समझौते की प्रक्रिया शुरू होने की उम्मीद नहीं है।