Jharkhand : रांची। आजीवन सजा काट रहे 24 कैदी अब खुली हवा में सांस ले सकेंगे। मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की अध्यक्षता में हुई झारखंड राज्य सजा पुनरीक्षण पर्षद की बैठक में 24 कैदियों को रिहा करने पर सहमति बनी है। मुख्यमंत्री ने रिहा होने वाले कैदियों के पुनर्वास और उन्हें सरकार की योजनाओं से जोड़ने की दिशा में पहल करने की बात कही।
50 कैदियों की रिहाई की समीक्षा
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन की अध्यक्षता में 28 मार्च को झारखंड राज्य सजा पुनरीक्षण पर्षद की बैठक में आजीवन सजा काट रहे 50 कैदियों की रिहाई की समीक्षा हुई। इस दौरान अदालतों, संबंधित जिलों के पुलिस अधीक्षक, जेल अधीक्षक और प्रोबेशन पदाधिकारी के मंतव्य पर विचार-विमर्श के बाद 24 कैदियों के रिहा करने पर सहमति बनी।
रिहा होने वाले कैदियों का डाटा बैंक हो
मुख्यमंत्री ने कहा कि जो भी कैदी रिहा किए जाते हैं, उनका डाटा बैंक बनाया जाए। जेल से निकलने कर बाद इन कैदियों की गतिविधियों की ट्रैकिंग और मॉनिटरिंग की व्यवस्था होनी चाहिए। समय-समय पर इन कैदियों की प्रॉपर काउंसलिंग भी होनी चाहिए। इसके अलावा इन्हें सरकार की योजनाओं से भी जोड़ा जाए, ताकि वे मुख्यधारा से जुड़े रहे। जरूरतमंद कैदियों के पुनर्वास की भी व्यवस्था होनी चाहिए।
बैठक में ये अधिकारी भी मौजूद
इस बैठक में मुख्यमंत्री की प्रधान सचिव श्रीमती वंदना डाडेल, विभाग के प्रधान सचिव-सह -विधि परामर्शी नलिन कुमार, पुलिस महानिदेशक अजय कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, न्यायायिक आयुक्त (रांची) अरुण कुमार राय और कारा महानिरीक्षक उमा शंकर सिंह मौजूद थे।