कोलकाता। पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले मचे सियासी घमासान के बीच शनिवार को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोलकाता में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे से पहले पदयात्रा की है। इसके साथ ही उन्होंने प्लानिंग कमीशन को नेताजी के साथ जोड़ते हुए भाजपा पर हमला बोला है।
मुख्यमंत्री ममता ने कहा कि जो लोग आज नेताजी को अपना बनाने की कोशिश कर रहे हैं उन्होंने नेताजी के सुझाए गए प्लानिंग कमीशन को ही खत्म कर दिया है। मुख्यमंत्री ने श्यामबाजार पांच माथा मोड़ से पदयात्रा की शुरुआत करते हुए इस दिन को ‘देशनायक दिवस’ के रूप में मनाया है। इस अवसर पर सायरन और शंख बजाकर पदयात्रा की शुरुआत की।
ममता बनर्जी ने कहा, “पूरे वर्ष नेताजी की जयंती का पालन किया जाएगा। उनके नाम से स्मारक और विश्वविद्यालय बनाया जाएगा। नेताजी की जयंती को हम ‘देशनायक दिवस’ के रूप में पालन कर रहे हैं। विश्वकवि रविंद्रनाथ टैगोर ने नेताजी को सर्वप्रथम ‘देशनायक’ कहा था। रविंद्रनाथ ठाकुर और नेताजी को मिलाकर ‘देशनायक दिवस’ पालन कर रहे हैं। नेताजी की तरह देशप्रेमी कोई था या नहीं, नहीं जानते हैं। ‘जय हिन्द’ स्लोगन उनका दिया हुआ है। वह एक वीर ही नहीं, एक दार्शनिक थे। उन्होंने प्लानिंग कमीशन और नेशनल आर्मी गठन करने की बात कही थी। नेताजी को पसंद करेंगे और प्लानिंग कमीशन समाप्त करेंगे। यह नहीं होगा।”
पराक्रम का मतलब नहीं जानती, पूछा: हिन्दी है या बांग्ला?
उन्होंने कहा, “हम 365 दिनों से नेताजी के परिवार के संपर्क में हैं। नेताजी सुभाष चंद्र बोस एक भावना हैं। हम उनका जन्मदिन जानते हैं, लेकिन मृत्यु दिवस नहीं जानते हैं। इसलिए दुखी हूं। मैं पराक्रम का अर्थ नहीं जानती। मुझे नहीं पता कि यह बंगाली है या हिन्दी शब्द है, लेकिन मेरे लिए वह एक देशभक्त हैं। देश के नायक हैं, जिसने देश को आगे बढ़ाया। हम चाहते हैं कि देश आगे बढ़े। नेताजी एक विचार, एक आदर्श, एक दर्शन हैं।