नई दिल्ली। जैसी करनी वैसी भरनी। यह बात इस नर्स पर बिल्कुल सटीक बैठती है। बता दें कि हाल में दिल्ली के आर के पुरम इलाके से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक गोद ली हुई सात साल के बच्ची के साथ भयंकर बेरहमी की गयी है। पुलिस के अनुसार सात साल की बच्ची को उसी के रिश्तेदार ने गोद लिया था, जो खुद सफदरजंग अस्पताल मे नर्स है।
बच्ची महिला को बुआ कहती है। बताया गया कि पिछले लगभग एक साल से बच्ची यहां रह रही थी। मामला 13 फरवरी का है, जब पुलिस को सूचना मिली कि एक छोटी बच्ची को उसी के घरवालों (बुआ और उसका बेटा) ने पहले गर्म चिमटे से जलाया, चाकू से कई जगह थोड़ा-थोड़ा काटा और फिर कोयले से जलाया है।
पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची तो उस समय घर में कोई नहीं मिला बस छोटी सी बच्ची घायल अवस्था में मिली। पुलिस ने तुरंत उस बच्ची को अस्पताल पहुंचाया और मामले की जांच मे जुट गयी। पुलिस ने आरोपी महिला और उसके बेटे को गिरफ्तार कर लिया है।
पहले मामले में आईपीसी और जेजे एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज करके आरोपी महिला के बेटे को गिरफ्तार कर लिया गया था, लेकिन आरोपी नर्स फरार हो गई थी। अब बीती रात पुलिस ने आरोपी नर्स को हरिद्वार से गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के मुताबिक, बच्ची के शरीर पर चिमटे से जलने, चाकू से कटने के निशान हैं। घर वाले उसे परेशान करते थे। लंबे समय से वह बच्ची इसी महिला के साथ रहती थी। पुलिस को 10 फरवरी को मामले की शिकायत मिली थी, जिसके बाद आरोपियों की गिरफ्तारी हुई।
आरोपी महिला अस्पताल में नर्स का काम करती है। दिल्ली पुलिस इस सब में नर्स के पति की भूमिका की जांच कर रही है। जांच में पुलिस को पता चला कि बच्ची की उम्र सात साल है और उसी के रिश्तेदार के द्वारा उसे गोद लिया गया है। पुलिस की जांच में ये भी पता लगा कि जिस रिश्तेदार ने उसे गोद लिया था, वो सफदरगंज अस्पताल मे नर्स है और आर के पुरम के सेक्टर 12 में रहती है। उसके साथ- साथ और भी रिश्तेदार रहते हैं।
बच्ची ने अस्पताल में कुछ ठीक होने पर पुलिस को बताया कि कैसे-कैसे उसके साथ ज्यादती की गयी। उसने और सभी रिश्तेदारों पर भी ज्यादती की बात बताई। बाद में उसने अपने घर वालों के बारे में भी बताया, जिसके बाद पुलिस ने उसके परिवार को सूचना दी और बच्ची को उनके हवाले कर दिया। बाद में महिला को खोजने के लिए आठ टीम बनाई गईं और महिला पकड़ी भी गई।