बीआईटी मेसरा के दीक्षांत समारोह में बोले राज्यपाल-शिक्षा का महत्व सिर्फ उपाधि ग्रहण करने या नौकरी पा लेने भर सीमित नहीं होना चाहिए

झारखंड
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रांची। झारखंड के राज्यपाल सह कुलाधिपति रमेश बैस ने कहा कि बिरला प्रौद्योगिकी संस्थान, मेसरा, झारखंड राज्य का एक अग्रणी तकनीकी संस्थान है. गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में इसने विशिष्ट पहचान स्थापित की है. यहां से शिक्षा ग्रहण कर विद्यार्थी अपनी प्रतिभा से देश-विदेश में सेवा प्रदान कर संस्थान का नाम रौशन कर रहे हैं.

खुशी की बात यह है कि यह संस्थान अभियांत्रिकी और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में ज्ञान का प्रसार करने में कई वर्षों से महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है. उक्त बातें राज्यपाल रमेश बैस रविवार को बिड़ला प्रौद्योगिक संस्थान मेसरा (बीआईटी मेसरा) के 32वें दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि कहीं।

राज्यपाल ने कहा कि शिक्षा का महत्व उपाधि ग्रहण करने या नौकरी के लिए प्रशिक्षण प्राप्त कर लेने मात्र तक सीमित नहीं होना चाहिए. इसका वास्तविक महत्वप एक बेहतर, जिम्मेदार और चरित्रवान नागरिक के रूप में राष्ट्र के विकास में योगदान देना है.

शिक्षण संस्थानों का कर्तव्य विद्यार्थियों में चेतना जागृत कर जीवन में बेहतर करने की भूख जगाना, उनमें आत्मनिर्भरता पैदा करना और उन्हें एक सम्पूर्ण व्यक्तित्व देना भी होना चाहिए. राज्यपाल ने कहा कि आज हमारा देश दुनिया की प्रगतिशील अर्थव्यवस्था में शामिल है.

राज्यपाल ने कहा कि बीआईटी मेसरा के कुलपति प्रोफेसर इंद्रनील मन्ना अभियांत्रिकी विषयों के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के कार्यान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं एवं इसके संकाय सदस्यों ने प्रशिक्षण, वेबिनार तथा उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के कार्यान्वयन पर राज्यस्तरीय कार्यशाला में भाग लिया. उन्होंने विश्वास जताया कि इससे इस संस्थान में अनुसंधान व शोध कार्यों को और गति मिलेगी.

हाल ही में बीआईटी के संकाय सदस्य एआईसीटीई-आइडिया लैब, दलमा जंगल में पहला फेनोमेट सेंसर की स्थापना, भोजन की पोषण गुणवत्ता बढ़ाने के लिए अनाज का फोर्टिफिकेशन आदि जैसी विभिन्न नई शोध पहलों के लिए चर्चा में रहे हैं. राज्यपाल ने कहा कि बीआईटी मेसरा के पूर्ववर्ती विद्यार्थियों ने देश के विकास में अमूल्य योगदान दिया है. राजीव कौल, राम गोंविंदराजू, गुरुदीप सिंह पाल, गौतम सिन्हा समेत आदि कई पूर्ववर्ती विद्यार्थियों ने अपने व्यावसायिक जीवन में भी बड़ी सफलता हासिल की है. कई प्रसिद्ध उद्योगपति, वैज्ञानिक और विदेशों में प्रोफेसर भी हैं.