- इस अवधि में शत प्रतिशत जांच नहीं होने पर शिक्षा पदाधिकारियों पर होगी कार्रवाई
रांची। सहायक शिक्षक (पारा शिक्षकों) के शैक्षणिक एवं प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्रों की जांच के लिए अंतिम तारीख तय कर दी गई है। इस अवधि में शत प्रतिशत प्रमाण पत्रों की जांच नहीं होने पर शिक्षा पदाधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी। उक्त निर्देश शिक्षा सचिव ने समीक्षा बैठक में दिए।
सचिव की अध्यक्षता में 21 और 22 सितंबर को झारखंड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद के सभागार में विभाग से जुड़े विभिन्न मुद्दों की समीक्षा की गई। बैठक में राज्य परियोजना निदेशक, प्रशासी पदाधिकारी, सभी क्षेत्रीय संयुक्त शिक्षा निदेशक, जिला शिक्षा पदाधिकारी( जिला शिक्षा अधीक्षक भी मौजूद थे।
इस क्रम में सहायक शिक्षक (पारा शिक्षकों) के शैक्षणिक एवं प्रशैक्षिणक प्रमाण पत्रों की जांच की समीक्षा की गई। पाया गया कि धनबाद, सिमडेगा, पाकुड़, खूंटी, कोडरमा, देवघर जिलों में प्रगति पूर्व की समीक्षा बैठक की तुलना में नहीं हुई है। जामताड़ा, बोकारो, गोड्डा, दुमका और गढ़वा जिले में पूर्व समीक्षा बैठक से अब तक प्रमाण पत्रों की जांच में 10 से 28% तक की वृद्धि दर्ज की गई है।
पूर्वी सिंहभूम, धनबाद, खूंटी, गोड्डा और देवघर जिलों में एक भी टेट पास शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच अब तक नहीं कराई गई है। पूर्ण प्रमाण पत्रों की जांच नहीं होने के कारण 2 माह से शिक्षकों का वेतन लंबित है।
इस पर शिक्षा परियोजना निदेशक द्वारा खेद प्रकट किया गया। जिलों की मांग के अनुरूप प्रमाण पत्रों की पूर्ण जांच के लिए अंतिम तिथि का निर्धारण किया गया।
ये तारीख तय
धनबाद, सराइकेला-खरसावां, पाकुड़, चतरा, रांची, दुमका, कोडरमा, लोहरदगा, रामगढ़ और पूर्वी सिंहभूम को 30 सितंबर 2022 तक प्रमाण पत्रों की जांच करने के निर्देश दिए गए।
पश्चिम सिंहभूम, जामताड़ा, बोकारो, गुमला, सिमडेगा, खूंटी, गोड्डा, लातेहार, गढ़वा, देवघर, हजारीबाग, पलामू, साहिबगंज को 15 अक्टूबर 2022 तक का समय दिया गया।
गिरिडीह को 31 अक्टूबर 2022 तक प्रमाण पत्रों की जांच करने का समय दिया गया है।
इनपर होगी कार्रवाई
समीक्षा बैठक में कहा गया कि वैसे जिले जिनके द्वारा शत-प्रतिशत सहायक शिक्षक (पारा शिक्षकों) के प्रमाण पत्र की जांच के लिए निर्धारित तिथि पर सहमति दी गई है, यदि उक्त तिथि तक शत-प्रतिशत प्रमाण पत्रों की जांच कराकर पोर्टल पर उपलब्ध नहीं कराया जाता है तो संबंधित जिले के जिला शिक्षा अधीक्षक/जिला शिक्षा पदाधिकारी के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई संचालित करने की कार्रवाई की जाएगी। समग्र शिक्षा के अंतर्गत जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी हैं। ऐसी स्थिति में प्रमाण पत्रों की पूर्ण जांच कराने का दायित्व उनका भी है।
प्रमाण पत्रों की जांच की स्थिति