jharkhand : कृषि विभाग के इस फार्मूले से सूखे की जमीनी हकीकत आई सामने

झारखंड कृषि मुख्य समाचार
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  • गढ़वा और पलामू में हुए सर्वे के आंकड़े दे रहे गवाही

रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राज्य में सूखे के आकलन को लेकर उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक 2 सितंबर को की थी। इसमें उन्होंने अधिकारियों से विभिन्न जिला और प्रखंडों में हुई कम बारिश एवं फसलों की रोपाई की विस्तृत जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि सूखे से किसान-पशुपालक और मजदूरों के साथ ग्रामीण परिवेश में रहने वाले लोगों को राहत देने के लिए अति शीघ्र विस्तृत योजना तैयार करें।

रिपोर्ट बनाकर सरकार को दें

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा था कि संताल और पलामू प्रमंडल के कई इलाकों में कम बारिश की वजह से कृषि कार्य के साथ पेयजल एवं पशुओं के लिए जल संकट की स्थिति पैदा हो गई है। ऐसे में वरीय अधिकारी इन इलाकों का दौरा कर वहां की जमीनी हकीकत की जानकारी लें। उससे निपटने के लिए रिपोर्ट बनाकर सरकार को दें, ताकि जल्द से जल्द प्रभावी कदम उठाया जा सके।

सूखे की राज्‍य में ये है स्थिति

अधिकारियों ने सीएम को बताया था कि 15 अगस्त तक राज्य में बारिश की स्थिति के अनुसार 131 प्रखंड मध्यम और 112 प्रखंड गंभीर सूखे की स्थिति में आते हैं। पूरे प्रदेश में मात्र 37.19 प्रतिशत फसलों की बुआई हो पाई है। इसमें धान की रोपनी 30 प्रतिशत, मक्का की 63.81, दलहन की 44.95, तिलहन की 40.67 और मोटे अनाज की 28.87 प्रतिशत रोपनी हो सकी है।

फर्क देखने को मिल रहा है

सूखे की जमीनी हकीकत जानने के लिए कृषि विभाग ने नया फार्मूला अपनाया। इसके तहत जिले के हर सूखाग्रस्त ब्लॉक के कम से कम 10 फीसदी गांव में भ्रमण करना है। हर गांव के कम से कम 5 अलग अलग लोकेशन का जियो टैगिंग वाला फोटो अपलोड करना है। इसका फर्क देखने को मिल रहा है।

कृषि निदेशक गई दो जिले

कृषि निदेशक निशा उरांव ने पलामू और गढ़वा जिले का दौरा कर इसी फार्मूले के तहत सूखे का आंकलन किया। इस दौरान दोनों जिलों के सूखा प्रभावित प्रखंड में रैंडम बेसिस पर 10 गांवों में से 5 साइट की जमीनी सच्‍चाई जानी गई।

गढ़वा और पलामू की स्थिति

जमीनी सच्‍चाई जानने से पहले गढ़वा जिले में मध्‍यम सूखे की जद में 14 प्रखंड और गंभीर की जद में 6 प्रखंड के रहने की रिपोर्ट सामने आई थी। इसके बाद आंकड़े पूरी तरह उलट गये। मध्‍यम सूखे की जद में 3 और गंभीर में 17 प्रखंड होने की रिपोर्ट आई।

इसी तरह पलामू जिले में पहले मध्‍यम सूखे की जद में 3 प्रखंड और गंभीर की जद में 18 प्रखंड के रहने की रिपोर्ट सामने आई थी। इसके बाद मध्‍यम सूखे की जद में 1 और गंभीर में 20 प्रखंड होने की रिपोर्ट आई।

12 सितंबर को होगी बैठक

सूखे से प्रभावित किसानों को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने की तैयारी भी शुरू कर दी गई है। इसके लिए आंकड़े तैयार किए जा रहे हैं। अगली मीटिंग 12 सितंबर को होनी है। इसमें कृषि निदेशक द्वारा आंकड़े पेश किए जाएंगे।