मुंबई। महाराष्ट्र की महाअघारी यानी उद्धव ठाकरे सरकार संकट में है। उनके बागी विधायक मान नहीं रहे हैं। बागियों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। अब कई सांसद भी उनके साथ आने लगे हैं। सरकार के संकट में आने के साथ ही दो महिलाएं चर्चा में आ गई है। उधर, नेताओं ने पार्टी के मजबूत होने का दावा किया है।
बताते चलें कि असम के गुवाहाटी में रैडिसन ब्लू होटल में शिवसेना के बागी एकनाथ शिंदे के साथ महाराष्ट्र के 46 विधायक मौजूद हैं। इसमें शिवसेना के 38 विधायक और 8 निर्दलीय विधायक शामिल हैं। शिवसेना के बागी विधायकों की संख्या बढ़ती जा रही है। होटल में मौजूद महाराष्ट्र के बागी विधायकों ने पूर्व गृहराज्य मंत्री और शिवसेना नेता दीपक केसरकर से मुलाकात की।
शिवसेना नेता संजय राउत ने दावा किया कि आज भी हमारी पार्टी मजबूत है। किस हालात और किस दबाव में उन लोगों ने हमारा साथ छोड़ा उसका खुलासा जल्द होगा। उन्होंने कहा कि हमारे संपर्क में लगभग 20 विधायक हैं। जब वे मुंबई आएंगे, तब इसका खुलासा होगा। जो ईडी के दबाव में पार्टी छोड़ता है। वह बालासाहेब का भक्त नहीं हो सकता।
सरकार के संकट में आने के साथ ही महाराष्ट्र की दो महिलाएं चर्चा में आ गई है। दोनों मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ खुलकर खड़ी हुई थी। इसमें एक अभिनेत्री कंगना रनौत और दूसरा निर्दलीय विधायक नवनीत राणा है।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ बोलने पर कंगना रनौत के बंगले पर बीएमसी ने बुलडोजर चला दिया था। बीएमसी का कहना था कि उन्होंने अवैध निर्माण कर रखा था। इस कार्रवाई के बाद कंगना ने कहा था कि आज मेरा घर टूटा है, कल तेरा घमंड टूटेगा।
निर्दलीय विधायक नवनीत राणा के हनुमान चालीसा पढ़ने की घोषणा को लेकर उद्धव सरकार से ठन गई थी। उनके खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया था। उन्हें और उनके पति को जेल तक जाना पड़ा था। वहां से निकलने के बाद भी उन्होंने उद्धव ठाकरे को चुनौती दी है।