मध्यप्रदेश। मध्य प्रदेश के इंदौर में एक नाबालिग मां ने अपने ढाई महीने के बच्चे की गला घोंटकर हत्या दी। जब पुलिस ने शक होने पर पूछताछ की तो उसने कहा कि बच्चा बार-बार रोता था और वो उसे ठीक से संभाल नहीं पा रही थी, इसलिए उसने गला घोंटकर बेटे को मार डाला।
खबर के मुताबिक, नाबालिग मां एक साल पहले अपने प्रेमी के साथ घर से भाग गई थी। परिवार ने उसकी गुमशुदगी भी दर्ज कराई थी। पुलिस को जब लड़की मिली थी तब वह प्रेग्नेंट थी। तब प्रेमी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट और दुष्कर्म की धाराओं के तहत केस दर्ज कर उसे जेल भेज दिया गया था। लड़के के जेल जाने के बाद से लड़की परिवार वालों पर लगातार उसे बाहर निकलवाने का दबाव बना रही थी।
तब परिवार ने कोर्ट में आवेदन देकर लड़के को जेल से बाहर निकलवाया। जब लड़की ने 15 मार्च को बेटे को जन्म दिया तो पुलिस ने परिवार वालों को बच्चे का डीएनए टेस्ट करवाने के लिए कहा था। परिवार वाले बच्चा कमजोर पैदा होने के कारण मना करते रहे।
जब कुछ दिनों बाद पुलिस ने दोबारा बच्चे का डीएनए टेस्ट करवाने के लिए कहा तो परिवार ने बच्चे की मौत होने की जानकारी दी। इस पर पुलिस हरकत में आई और नाबालिग मां को तुरंत हिरासत में लेकर पूछताछ की। शुरुआत में उसने बच्चे की तबीयत खराब होने की बात कही।
बच्चे को इलाके के निजी अस्पताल ले जाने की बात भी बोलती रही। जब लड़की ने कई बार बयान बदलें तो पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो लड़की ने कहा कि मैं उसे संभाल नहीं पा रही थी। वो पूरा दिन रोता रहता था। इस कारण गला दबा कर उसे मार डाला। जिसके बाद पुलिस ने नाबालिग लड़की के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर उसे बाल संप्रेक्षण गृह भेज दिया।