नई दिल्ली। हेलिकॉप्टर सर्विस प्रोवाइड करने वाली सरकारी कंपनी पवन हंस अब बहुत जल्द प्राइवेट होने जा रही है। पवन हंस लिमिटेड में सरकार की हिस्सेदारी बेचने की डील 211.14 करोड़ रुपये में पूरी हुई है। सरकार ने कंपनी में मैनेजमेंट कंट्रोल के साथ अपनी पूरी 51% हिस्सेदारी स्टार9 मोबिलिटी को देने का निर्णय कर लिया है।ये डील इसी साल जून तक पूरी होने की उम्मीद है।
पवन हंस लिमिटेड लंबे समय से घाटे में चल रही है। ये सरकार और लोक उपक्रम (PSU) ओएनजीसी का जॉइंट वेंचर है। इसमें ONGC के पास 49% हिस्सेदारी है। इस डील के लिए सरकार ने रिजर्व प्राइस 199.92 करोड़ रुपये रखा था, जबकि पूरी कंपनी की वैल्यू 414 करोड़ रुपये आंकी गई है। सरकारी कंपनी ONGC ने पहले ही कहा था कि पवन हंस के विनिवेश के लिए बोली लगाने वाली कंपनियों में जो भी सफल होगा, उसे वह अपनी 49% हिस्सेदारी भी बेच देगी।
अब जब सरकार ने स्टार9 मोबिलिटी का चुनाव कर लिया है, तो ONGC के पास अपने शेयर ऑफर करने के लिए 7 दिन का समय है। वहीं इसके बाद Star9 Mobility के पास भी ओएनजीसी के ऑफर को स्वीकार करने के लिए और 7 दिन का समय है। ONGC को अपनी हिस्सेदारी के बदले 202.86 करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद है। इसी साल जनवरी में सरकार ने पब्लिक एयरलाइन Air India में अपनी पूरी हिस्सेदारी टाटा ग्रुप को बेचने का सौदा पूरा किया था। ये सौदा 18,000 करोड़ रुपये का थी।