सीएमओएआई का दावा, विरोध से रूक जाएगा सीएमपीडीआई का विलय

झारखंड
Spread the love

रांची। कोल माइंस ऑफिसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीएमओएआई) की एपेक्‍स बॉडी ने दावा किया है कि विरोध से सीएमपीडीआई के विलय की प्रक्रिया रूक जाएगी। संगठन ने भी एमईसीएल में इसके विलय का विरोध किया है। रांची स्थि‍त सीएमपीडीआई मुख्‍यालय में संगठन की एपेक्‍स बॉडी की हुई बैठक में इससे संबंधित प्रस्‍ताव पारित किये गये।

एसोसिशन के अध्‍यक्ष सौरभ दुबे ने कहा कि एमईसीएल के सीएमपीडीआई में विलय के निर्णय से सीएमपीडीआई की अर्थव्यवस्था/वित्त पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। राजस्व में गिरावट के बावजूद सीएमपीडीआई ने नए क्षेत्रों की खोज कंपनी के निचले स्तर को बनाए रखना करने में सफलता हासिल की है। सीएमपीडीआई के साथ एमईसीएल का विलय कंपनी की वित्तीय स्थिति पर और दबाव डालेगा।

कोल इंडिया की अन्य सहायक कंपनियों की तरह सीएमपीडीआई के अधिकारियों की नियुक्ति सीआईएल स्‍तर पर होती है। वे कॉमन कोल कैडर और आचरण अनुशासन द्वारा शासित होते हैं। टर्मिनल लाभों की देखभाल सीएमपीएफओ द्वारा की जा रही है। एमईसीएल का सीएमपीडीआई में विलय से वेतन, पदोन्नति, वरिष्ठता, पेंशन आदि विसंगतियां पैदा होगी। यह उनके लिए कानूनी मामलों का कारण बनेगी। दोनों के हितों को नुकसान पहुंचेगा।

राष्ट्र, कंपनी और कार्यपालकों के हित में एमईसीएल के सीएमपीडीआई के साथ विलय नहीं किया जाए। सीएमपीडीआई की यथास्थिति बनाए रखी जाए। सीएमओएआई (एपेक्स) ने कोयला मंत्रालय से इस विलय पर फिर से विचार करने का अनुरोध किया।

एक सवाल के जवाब में अध्‍यक्ष ने कहा कि सबसे पहले संगठन को मजबूत किया जाएगा। दो से ढाई महीने में एपेक्‍स, कंपनी से लेकर नीचले स्‍तर पर नई कमेटी का चुनाव कराया जाएगा। इसके बाद कंपनी के विलय को रोकने के लिए आगे का निर्णय लिया जाएगा।

बैठक में एपेक्‍स के जरनल सेक्रेट्री यू दास, सीएमपीडीआई के अध्‍यक्ष यूके मोहंती और जनरल सेक्रेटी एसके भावना, एसईसीएल के अध्‍यक्ष एके पांडेय और जीएस के पाडेय, एनसीएल के जीएस सर्वेश सिंह, एमसीएल के जीएस एपी शुक्‍ला और प्रेसीडेंट सूरज पालेना, ईसीएल के जीएस डॉ पी रंजन, बीसीसीएल के जीएस एन चक्रवर्ती और प्रेसीडेंट एके सिंह, सीसीएल के कार्यकारी अध्‍यक्ष डीएन सिंह और जीएस अशोक सिंह, एपेक्‍स के वीपी एसके सिंह, एसके दास, ईसीएल के ज्‍वाइंट जीएस एचएस सिंह, ईसीएल के ट्रेजरर धीरज ठाकुर, सीएमपीडीआई के ट्रेजरर मनीष जैन और ज्‍वाइंट जीएस अमृतांशु भी मौजूद थे।