रांची। दी इंस्टिट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया की रांची शाखा ने ‘महिला सशक्तिकरण’ पर चर्चा का आयोजन बुधवार को किया। इसमें महिलाओं से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की गई। रांची की ख्यातिप्राप्त कैंसर सर्जन डॉ नम्रता महनसरिया ने स्तन कैंसर के बारे में महिलाओं को बताया।
डॉ नम्रता ने कहा कि स्तन कैंसर खतरनाक बीमारी है। लक्षण दिखते ही डॉक्टर से संपर्क करने पर इस बीमारी से होने वाली बहुत से मौत को रोका जा सकता है। यदि किसी भी महिला के स्तन में गांठ या मास्सा दिखाई दे, पूरे स्तन या स्तन के किसी हिस्से में सूजन हो, स्तन की त्वचा में बदलाव दिखे, निप्पल में बदलाव हो या अंडरआर्म में गांठ हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। ये सभी स्तन कैंसर के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं।
इंस्टिट्यूट की सेंट्रल इंडिया रीजनल काउंसिल की सदस्य मनीषा बियानी ने कहा कि सभी महिला प्रोफेशनल के रूप में सफल हैं। इसलिए यह नहीं कह सकते कि इस कार्यक्रम के द्वारा हम सशक्त हो रहे हैं। इस कार्यक्रम द्वारा हम अपनी सशक्तिकरण का जश्न मना रहे हैं।
रांची स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की चीफ फाइनेंस अफसर ज्योति पुष्पा ने कहा कि उनकी सफलता में उनके पति का सहयोग हमेशा रहा। रांची में रॉलिक आइसक्रीम फैक्ट्री से जुड़ी स्नेहा नारसरिया ने कहा कि उन्हें एक व्यवसायी महिला बनने में हमेशा घर के पुरुषों का सहयोग और प्रोत्साहन प्राप्त हुआ है। हर महिला को कुछ समय सामाजिक कार्यों के लिए निकलना चाहिए।
शादी के 22 साल के बाद सीए उत्तीर्ण करने वाली रांची की सीमा मारू ने कहा कि इसमें उनके पति का प्रोत्साहन और मार्गदर्शन हमेशा रहा। कार्यक्रम में रांची के ख्यातिप्राप्त चार्टर्ड एकाउंटेंट्स दिवंगत अंजलि जैन और अर्चना को विशेषरूप से याद किया गया। उनके योगदान पर चर्चा की गई। उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी गई।
इस सेमिनार का उद्घाटन में इंस्टिट्यूट की रांची शाखा की सीपीइ कमेटी की अध्यक्ष श्रद्धा बगला ने किया। उन्होंने कहा कि महिलायें अपनी मेहनत और कौशल से हर जगह अपनी पहचान बनाने में सफल हो रही हैं। कार्यक्रम को हर्षदीप कौर, विनय विभाकर और रांची शाखा के उपाध्यक्ष पंकज मक्कड़ ने भी संबोधित किया।



 
						 
						